चारधाम यात्रा के दौरान बदरीनाथ धाम में सत्यापन अभियान, पुलिस ने 500 से अधिक बाहरी व्यक्तियों का सत्यापन किया
चारधाम यात्रा की शुरुआत होते ही उत्तराखंड में बाहरी यात्रियों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। खासकर बदरीनाथ धाम में बाहर से आने वालों की संख्या में भी इजाफा देखने को मिल रहा है। इसे देखते हुए पुलिस प्रशासन ने बदरीनाथ धाम में सुरक्षा और सत्यापन अभियान को तेज कर दिया है। पुलिस का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि बदरीनाथ धाम में प्रवेश करने वाले सभी बाहरी व्यक्तियों का सत्यापन किया जाए और किसी भी तरह की अव्यवस्था या सुरक्षा संबंधी समस्या से बचा जा सके।
पुलिस द्वारा चलाए जा रहे सत्यापन अभियान में अब तक 500 से अधिक बाहरी व्यक्तियों का सत्यापन किया जा चुका है। इनमें बड़ी संख्या में नेपाल से आने वाले डंडी, कंडी और अन्य श्रमिक कार्य में लगे हुए लोग शामिल हैं। इन श्रमिकों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है, क्योंकि मंदिर के कपाट खुलने के साथ ही निर्माण कार्य और अन्य गतिविधियों में भी तेजी आई है।
बदरीनाथ थाना प्रभारी नवनीत भंडारी ने बताया कि यह सत्यापन अभियान सुरक्षा दृष्टिकोण से बेहद महत्वपूर्ण है। पुलिस ने होटल, धर्मशाला, गेस्ट हाउस और अन्य कारोबारियों से लगातार अपील की है कि वे अपने यहां काम करने वाले सभी बाहरी व्यक्तियों का सत्यापन अवश्य कराएं। इसके लिए सभी होटल और धर्मशाला संचालकों को भी सख्त निर्देश दिए गए हैं कि वे किसी भी बाहरी व्यक्ति को बिना सत्यापन के काम पर न रखें। यह कदम सुनिश्चित करता है कि धाम में सुरक्षा बनी रहे और बाहरी लोगों की गतिविधियों पर निगरानी रखी जा सके।
बस खराब होने से फंसे श्रद्धालु, पुलिस ने तत्परता से की मदद
चारधाम यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित करना पुलिस की प्राथमिकता है। इसी क्रम में हाल ही में बदरीनाथ धाम के दर्शन कर लौट रहे श्रद्धालुओं की एक बस हेलंग के पास खराब हो गई। इससे यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। यात्री अपनी परेशानियों के बारे में पुलिस को सूचित करने के बाद, पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए तत्काल वैकल्पिक वाहन की व्यवस्था की। इसके बाद सभी श्रद्धालुओं को सुरक्षित रूप से हरिद्वार रवाना किया गया।
इस घटना से यह स्पष्ट होता है कि पुलिस न केवल यात्रियों की सुरक्षा की जिम्मेदारी निभा रही है, बल्कि उनकी यात्रा को सहज और आरामदायक बनाने के लिए भी लगातार प्रयासरत है। यात्रा के दौरान आने वाली इस तरह की समस्याओं को लेकर पुलिस प्रशासन सक्रिय है और हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए तत्पर है।
अग्निशमन सुरक्षा के मानकों का निरीक्षण, होटल और धर्मशाला संचालकों को प्रशिक्षण
चारधाम यात्रा के दौरान सुरक्षा के अलावा अग्नि सुरक्षा भी एक अहम पहलू है। बदरीनाथ धाम में अग्नि दुर्घटनाओं को रोकने और सुरक्षा मानकों को सुनिश्चित करने के लिए पुलिस और प्रशासन की ओर से विशेष अभियान चलाया जा रहा है। अग्निशमन प्रभारी अधिकारी श्याम सिंह के नेतृत्व में धाम में अग्नि सुरक्षा अभियान चलाया गया। इस अभियान के तहत बदरीनाथ क्षेत्र के सभी होटल, गेस्ट हाउस, धर्मशाला और आश्रमों में अग्नि सुरक्षा के मानकों का निरीक्षण किया गया।
अग्निशमन टीम ने सभी स्थानों पर प्राथमिक अग्निशमन उपकरणों की उपलब्धता, उनकी स्थिति और संचालन की क्षमता का गहन निरीक्षण किया। इसके बाद फायर कर्मियों ने होटल, धर्मशाला और आश्रम के कर्मचारियों को प्राथमिक अग्निशमन उपकरणों के प्रयोग और संचालन का प्रशिक्षण भी दिया।
यह कदम सुनिश्चित करता है कि यदि किसी भी प्रकार की आपातकालीन स्थिति उत्पन्न होती है, तो वहां के कर्मचारी तुरंत कार्रवाई कर सकें। अग्नि सुरक्षा के मानकों का पालन कराना और कर्मचारियों को प्रशिक्षित करना इस अभियान का मुख्य उद्देश्य था। पुलिस प्रशासन इस प्रकार के अभियान से धाम में यात्रा करने वालों की सुरक्षा को और बेहतर बनाने की कोशिश कर रहा है।
चारधाम यात्रा के दौरान यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा को प्राथमिकता देते हुए पुलिस प्रशासन ने कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। सत्यापन अभियान के साथ-साथ अग्नि सुरक्षा और यात्री सहायता के मामलों में भी तेजी से कार्रवाई की जा रही है। इस दौरान पुलिस का लक्ष्य न केवल यात्रियों की सुरक्षा को सुनिश्चित करना है, बल्कि बाहरी व्यक्तियों की गतिविधियों पर भी नजर रखना है, ताकि कोई भी अप्रिय घटना न घट सके। यात्रियों के साथ-साथ होटल, धर्मशाला और अन्य कारोबारी संस्थाओं को भी सहयोग देने की अपील की जा रही है, ताकि बदरीनाथ धाम में यात्रा करना सुरक्षित और सुखद अनुभव हो।
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