बिहार में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सीएम नीतीश ने एक और बड़ा कदम उठाया है. सीएम ने यहां नेचर सफारी का उद्घाटन किया. यहां पर ही चीन की तरह पर्यटकों के लिए ग्लास स्काईवॉक ब्रिज बना हुआ है.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजगीर में नेचर सफारी का उद्घाटन किया. इसी नेचर सफारी में देश का पहला ग्लास का स्काईवॉक ब्रिज भी है, जिसकी चर्चा देश ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी है. सीएम नीतीश कुमार ने नेचर सफारी का उद्घाटन करते हुए कहा कि इसके लिए सभी को बधाई देता हूं. उन्होंने कहा कि जू सफारी के निर्माण के समय ही मन में यह विचार आया था कि राजगीर प्राकृतिक जगह है, यहां पर नेचर सफारी का भी निर्माण होना चाहिए. सबको मालूम है कि राजगीर प्राकृतिक जगह है, यहां पर नेचर सफारी का भी निर्माण होना चाहिए. सबको मालूम है कि राजगीर पंच पहाड़ी के बीच है. पहले यह मगध की राजधानी हुआ करती थी.
3 साल में पूरा हुआ काम
सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि राजगीर ऐतिहासिक होने के साथ-साथ प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण है, इसलिए यहां जू सफारी के साथ ही सफारी बनाने का फैसला लिया गया. नेचर सफारी को लेकर योजना बनाई गई और 3 वर्षों के अंदर इसका निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया. बता दें कि सीएम नीतीश कुमार दो-ढ़ाई महीने पहले नेचर सफारी के निर्माण कार्य का निरीक्षण करने आये थे. उस समय ग्लास स्काई वॉक की सुरक्षा को लेकर उन्होंने कई सुझाव दिए थे.
हर तरह की है सुविधा
सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि नेचर सफारी को देखने नई पीढ़ी के बच्चे-बच्चियां काफी तादाद में आएंगे. नेचर सफारी में दोनों तरफ से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गए हैं, ताकि लोग सुरक्षित घूम सकें. नेचर सफारी दिन भर खुला रहेगा. लोग टिकट लेकर इसको देखने आएंगे. उन्होंने कहा नेचर सफारी में ग्लास स्काई वॉक और सस्पेंशन ब्रिज का भी निर्माण किया गया है. नेचर सफारी आने वाले पर्यटक इन दोनों का आनंद उठा सकते हैं. ग्लास स्काई वॉक इस देश में पहला है. देश दुनिया में इसको लेकर चर्चा हुई है. लोगों को खुशी हुई है कि देश का पहला ग्लास स्काई वॉक बिहार के राजगीर में बना है. नेचर सफारी में लोगों के लिए सभी तरह की सुविधा के इंतजाम किए गए हैं.
घोड़ाकटोरा का भी होगा विस्तार
मुख्यमंत्री ने कहा कि नेचर सफारी में जीप लाइन के माध्यम से लोग एक छोर से दूसरे छोर तक जाएंगे. जीप लाइन पर साइकिल का भी इंतजाम किया गया है. पर्यटक यहां मुख्यमंत्री ने कहा कि नेचर सफारी में जीप लाइन के माध्यम से लोग एक छोर से दूसरे छोर तक जाएंगे. जीप लाइन पर साइकिल का भी इंतजाम किया गया है. पर्यटक यहां पैदल और साइकिल से भी घूम सकते हैं. यहां साइकिल का भी प्रबंध किया जाएगा, ताकि साइकिल से भी चारों तरफ के एरिया को घूम सकें. नई पीढ़ी के लोगों के खेलने का भी यहां इंतजाम किया गया है. घूमने आने वाले लोगों के खाने-पीने के लिए भी इंतजाम किए गए हैं. नेचर सफारी का पूरा एरिया 8 किलोमीटर से ज्यादा का है. उन्होंने कहा कि घोड़ाकटोरा का भी विस्तार किया गया है. घोड़ाकटोरा में भगवान बुद्ध की सुंदर प्रतिमा लगी है. यहां लोग तांगे से ही आ-जा सकते हैं.
जू सफारी का भी चल रहा काम
सीएम नीतीश ने कहा कि जू सफारी में जानवरों के लाने का सिलसिला शुरू हो गया है. जू सफारी का बाकी काम कुछ महीनों में पूरा कर लिया जाएगा. जल्द ही इसका भी लोकार्पण किया जाएगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण को लेकर बिहार में जल-जीवन-हरियाली अभियान चलाया जा रहा है. उसी को ध्यान में रखते हुए अनेक जगहों पर इस तरह के काम किए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि राजगीर में वेणु वन तैयार हो गया है. बिहार आने वाले पर्यटकों की संख्या में काफी इजाफा हो रहा है. पूरे देश से दो करोड़ से भी ज्यादा पर्यटक बिहार में आते हैं. इसके अलावा विदेश से भी 10 लाख से ज्यादा पर्यटक बिहार आते हैं, जिनमें सबसे ज्यादा राजगीर, गया, बोधगया और वैशाली आते हैं.
दिया जा रहा पर्यटन को बढ़ावा
सीएम नीतीश ने कहा कि कोरोना के मामले फिर से बढ़ रहे हैं. इससे हम सबको सतर्क और सचेत रहने की जरुरत है. कोरोना से मुक्ति मिलने के बाद पर्यटकों की संख्या और ज्यादा बढ़ेगी. पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए लगातार काम कर रहे हैं. पर्यटक स्थलों का भी विकास किया जा रहा है. बिहार में ईको टूरिज्म को भी बढ़ावा दिया जा रहा है. नेचर सफारी भी ईको टूरिज्म का ही हिस्सा है. ये सब वन एवं पर्यावरण विभाग के अधीन रहेगा. इसको लेकर वन एवं पर्यावरण विभाग के अंतर्गत एक विंग बनाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए वाल्मीकिनगर में भी कई काम किये गए हैं. पटना में भी ईको टूरिज्म को बढ़ावा दिया जाएगा. गया, बोधगया, वैशाली में भी अनेक जगहों पर ईको टूरिज्म को बढ़ावा दिया जाएगा. गया, बोधगया, वैशाली में भी अनेक जगहों पर ईको टूरिज्म को बढ़ावा दिया जा रहा है.
पौराणिक है बिहार का इतिहास
सीएम ने कहा कि हाल के दिनों में दो जगहों भागलपुर और बांका में ऐतिहासिक चीजें मिली हैं. बिहार का इतिहास बहुत ही पौराणिक है. यहां पर पर्यावरण को बढ़ावा देने और इसके प्रति सजग रहने के लिए हम लोग प्रयास करते रहे हैं. राजगीर में एक फ्लाई ओवर का भी निर्माण कराया जाएगा. इसके लिए पथ निर्माण विभाग को पहले भी सुझाव दिया है. उन्होंने कहा कि जब वे केंद्र सरकार में रेल मंत्री थे, तो गया को राजगीर से रेल लाइन से जोड़ा गया था. इसे डबल लाइन में भी कनवर्ट करने के लिए केंद्र सरकार से बात करेंगे. नेचर सफारी में शूटिंग के भी इंतजाम किए गए हैं.
किया लोकार्पण
वहीं सीएम नीतीश कुमार ने राजगीर में रत्नागिरि पर्वत स्थित 8 सीट वाले नवनिर्मित केबिन रोपवे का फीता काटकर एवं शिलापट्ट अनावरण कर लोकार्पण किया. नवनिर्मित रोपवे में कुल 20 केबिन लगाए गए हैं, जिससे एक घंटे में 800 लोग सफर कर सकेंगे. लोकार्पण के पश्चात केबिन रोपवे के माध्यम से विश्व शांति स्तूप में जाकर मुख्यमंत्री ने पूजा-अर्चना भी की.