देहरादून के रायपुर स्थित कोविड केयर सेंटर में 30 आईसीयू आज शाम तक तैयार हो जाएंगे। बुधवार को पूरा सामान पहुंचने के साथ ही उनकी असेंबलिंग का काम शुरू हो गया। शुक्रवार सुबह से मरीजों को इनका लाभ मिलने लगेगा।
कोरोना के मामले बढ़ने के कारण इन दिनों लोगों को वेंटिलेटर, आईसीयू और ऑक्सीजन बेड के लिए खासा परेशान होना पड़ रहा है। इसको देखते हुए जगह-जगह बेड बढ़ाए जा रहे हैं। इसी के तहत रायपुर कोविड केयर सेंटर में भी 30 आईसीयू लगाए जा रहे हैं।
विधायक उमेश शर्मा की देखरेख में बुधवार को इनको तैयार करने का काम शुरू हो गया। उन्होंने बताया कि 71 लाख की विधायक निधि से आईसीयू तैयार किए जा रहे हैं। हालांकि मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए आईसीयू की संख्या बेहद कम है, फिर भी कुछ मरीजों को राहत मिल सकती है।
कोविड श्मशान में बढ़ाई सुविधाएं
रायपुर स्थित कोविड श्मशान में भी सुविधाएं बढ़ाई जा रही हैं। परिजनों के बैठने के लिए शेड तैयार किए जा रहे हैं। इसके अलावा उनके बैठने के लिए बेंच भी लगाई जा रही है। विधायक उमेश शर्मा ने बताया कि दो पानी की टंकिया भी बनाई जा रही हैं। कोरोना संक्रमितों के अंतिम संस्कार के लिए पहुंच रहे लोगों को कड़ी धूप में इंतजार करना पड़ रहा है।
रानीखेत अस्पताल में लगेगा ऑक्सीजन प्लांट : रेखा
अल्मोड़ा जिले की प्रभारी मंत्री रेखा आर्य ने कहा कि गोविंद सिंह महरा नागरिक चिकित्सालय अल्मोड़ा में ऑक्सीजन प्लांट लगेगा। इसे लगाने की सैद्धांतिक सहमति दे दी गई है। कोरोना की रोकथाम को लेकर अल्मोड़ा जिला प्रशासन के साथ हुई वर्चुअल बैठक में उन्होंने इसकी जानकारी दी।
जिले की प्रभारी मंत्री ने कहा कि अस्पतालों में कर्मचारियों के जिनते भी खाली पद हैं उन पदों में तैनाती दी जाए। उन्होंने कहा कि अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट लगेगा। इसके लिए डीआरडीओ अल्मोड़ा को कार्यदायी संस्था बनाया गया है। इसके अलावा जिला और बेस अस्पताल में भी ऑक्सीजन यूनिट लगाने के निर्देश दिए गए हैं।
प्रभारी मंत्री ने बताया कि जिला अस्पताल के साथ ही अन्य अस्पतालों के लिए हंस फाउंडेशन के माध्यम से 200 बेड दिए जाएंगे। बैठक में बताया गया कि जिले में अब तक 45 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के 95 फीसदी लोगों को कोरोना की वैक्सीन लग चुकी है।
बैठक में मंत्री ने दवाओं की कालाबाजारी रोकने के लिए अधिकारियों को समय-समय पर छापे कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मामले में दोषियों के खिलाफ कोविड एक्ट एवं अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया जाएगा।