नई दिल्ली: बंगाल और ओडिशा में तबाही मचाने के बाद यास तूफान ने बुधवार रात 1 बजे के करीब पश्चिमी सिंहभूम से झारखंड में प्रवेश किया। मौसम विभाग के अनुसार इस दौरान हवा की रफ्तार 60 किलोमीटर प्रति घंटे थी। तूफान के कारण झारखंड के 21 जिलों में 24 घंटे से बारिश हो रही है। जमशेदपुर और धनबाद में तेज हवाएं चलने से कई पेड़ और बिजली के खंभे गिर गए। बिजली के पोल गिरने से 200 गांवों में अंधेरा छाया रहा।
दूसरी ओर मौसम विभाग ने 28 मई तक झारखंड में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। तूफान गुरुवार सुबह 5.30 बजे दक्षिणी झारखंड पहुंचकर कमजोर हुआ और डीप डिप्रेशन में तब्दील होना शुरू हो गया। यहां से तूफान उत्तर की तरफ बढ़ रहा है। अब यह तूफान धीरे-धीरे कमजोर होता जाएगा। तूफान के कारण बिहार के 26 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। यास तूफान बुधवार सुबह करीब 9 बजे ओडिशा के भद्रक जिले से टकराया था।
मौसम विभाग के मुताबिक तूफान गुरुवार शाम 5.30 बजे तक पटना पहुंचेगा। पटना में 160 और दूसरे इलाकों में 255 मिमी बारिश के आसार हैं। इस दौरान 40 से 55 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। मौसम विभाग के अनुसार बिहार में गुरुवार रात से पारा गिरने की संभावना है। 28 मई से दिन और रात के तापमान में 13 डिग्री तक गिरावट हो सकती है। बिहार में यास तूफान बांका, जमुई, कटिहार, लखीसराय, भागलपुर होते हुए अन्य भागों में असर दिखाएगा। इससे पटना सहित 26 जिलों में भारी बारिश की आशंका है।
तूफान के चलते पूरे झारखंड में 201 शेल्टर होम बनाए गए। पूर्वी सिंहभूम के गुड़ाबांदा में 2051 और धालभूमगढ़ में 600 लोगों को शेल्टर होम भेजा। धनबाद में बुधवार देर रात तक 15 मिमी बारिश हुई। लातेहार जिले के तूपु हेसला गांव की धरधरी नदी में बुधवार शाम अचानक बाढ़ आ गई। इस बीच नदी पार कर रही बारातियों से भरी बोलेरो कार बाढ़ की चपेट में आ गई। बारातियों सहित ड्राइवर ने गाड़ी से कूदकर जान बचाई।