नई दिल्लीः तोक्यो ओलंपिक से पहले भारतीय पहलवान सुमित मलिक को तगड़ा झटका लगा है। ओलंपिक टिकट हासिल कर चुके सुमित को बुल्गारिया में हाल ही में क्वॉलिफायर के दौरान डोप परीक्षण में विफल रहने के बाद अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया है। टोक्यो खेलों के शुरू होने से कुछ सप्ताह पहले यह देश के लिए एक बड़ी शर्मिंदगी का सबब है। यह लगातार दूसरा ओलंपिक है, जब खेलों के शुरू होने से कुछ दिन पहले डोपिंग का मामला मिला है। इससे पहले 2016 रियो ओलंपिक से कुछ सप्ताह पूर्व नरसिंह पंचम यादव भी डोपिंग जांच में विफल हो गए थे और उन पर चार साल का प्रतिबंध लगा दिया गया था।
भारतीय कुश्ती संघ के विश्वनीय सूत्रों के अनुसार यूडब्ल्यूडब्ल्यू (यूनाइटेड वल्र्ड रेस्लिंग) ने विगत शुक्रवार को भारतीय कुश्ती महासंघ को सूचित किया कि सुमित डोप टेस्ट में विफल हो गया है। अब उन्हें 10 जून को अपना नमूना देना है। मलिक घुटने की चोट से जूझ रहे हैं। उन्हे ये चोट ओलंपिक क्वॉलिफायर शुरू होने से पहले राष्ट्रीय शिविर के दौरान लगी थी। सूत्र ने बताया, उसने अनजाने में कुछ लिया होगा। वह अपने चोटिल घुटने के इलाज के लिए कोई आयुर्वेदिक दवा ले रहा था और उसमें कुछ प्रतिबंधित पदार्थ हो सकते थे। पर पहलवानों को सावधान रहना चाहिए था, वे ऐसी दवाओं के लेने से होने वाले जोखिम के बारे में जानते हैं। मलिक का बी नमूना भी अगर पॉजिटिव आता है तो उसे खेल से प्रतिबंधित किया जा सकता है। उसे निलंबन को चुनौती देने का अधिकार है, लेकिन यह स्पष्ट है कि जब तक सुनवाई होगी और फैसला आएगा तब तक वह ओलिंपिक में प्रतिस्पर्धा करने से चूक जाएगा।