देहरादून: उत्तराखंड को आज इस विधानसभा चुनाव के बाद तीसरा मुख्यमंत्री मिल चुका है। सूत्रों से आ रही खबर के अनुसार भाजपा हाईकमान ने खटीमा विधायक पुष्कर सिंह धामी के सीएम पद की कमान सौंपी है। इससे जहां भाजपा कुमाऊं-गढ़वाल का समीकरण साध रही है वहीं खटीमा विधायक पुष्कर सिंह धामी को महाराष्ट्र के राज्यपाल और पूर्व सीएम भगत सिंह कोश्यारी का करीबी होने का फायदा मिला है। ऐसे में भाजपा हाईकमान ने क्षेत्रवाद और जातिवाद के कई समीकरण एक साथ साध लिए हैं।
कल देर रात मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंपा था। इससे पहले करीब तीन दिन तक दिल्ली में रहने के बाद सीएम तीरथ सिंह रावत ने राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को भी अपना इस्तीफा सौंप दिया था। आज सुबह से ही नए सीएम के नाम को लेकर अटकलें तेज चल रही थी। दोपहर तीन बजे के बाद भाजपा प्रदेश कार्यालय में हुई विधायकों और केंद्रीय पर्यवेक्षकों की बैठक में खटीमा विधायक पुष्कर सिंह धामी के नाम पर मुहर लगी है। उत्तराखंड को 20 साल में 11 मुख्यमंत्री मिल चुके हैं। आपको बता दें कि अगले साल प्रदेश में होने जा रहे विधानसभा चुनाव को देखते हुए तीरथ सिंह रावत को हटाकर नए चेहरे को सीएम की कमान सौंपी गई है। अब यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा कि चुनाव में भाजपा के इस कदम से फायदा मिलेगा या नुकसान, लेकिन प्रदेश पर एक और सीएम थोप दिया गया है। यह उत्तराखंड का दुर्भाग्य ही है कि चार विधानसभा चुनाव और एक अंतरिम सरकार में ही प्रदेश को 11 मुख्यमंत्री मिल चुके हैं।