होगा 632 प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला:
कल यूपी के 4406, गोवा के 301, पंजाब के 1276, मणिपुर के 265 प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला हो जाएगा. वहीं, बात अगर उत्तराखंड की करें तो पांचवीं विधानसभा के लिए 82.66 लाख मतदाताओं ने 70 सीटों के लिए मैदान में उतरे 632 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला किया.
धामी VS हरदा
जिसके कल नतीजे घोषित होंगे. इनमें मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल व आम आदमी पार्टी का मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित किए गए कर्नल अजय कोठियाल समेत अन्य नेता शामिल हैं. भाजपा, कांग्रेस और आप के 70-70 प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं. बसपा के 60, सपा के 56 और उक्रांद के 46 प्रत्याशियों के अलावा 260 अन्य प्रत्याशी भी मैदान में हैं.
मतगणना की तैयारियां पुख्ता
बात अगर मतगणना को लेकर की गई तैयारियों की करें तो इसके लिए सभी जगहों पर जिला प्रशासन ने पुख्ता तैयारियां की हैं. मतगणना केंद्रों पर अर्द्धसैनिक बलों के साथ ही सशस्त्र बलों की कंपनियां तैनाती की गई हैं.
साथ ही बड़ी तादाद में पुलिस अफसर और जवानों को भी गश्त पर लगाया गया है. मतगणना भवन के परिसर के चारों ओर 100 मीटर के घेरे को पैदल क्षेत्र के रूप में चिह्नित किया गया है. मीडियाकर्मियों में पास धारकों को कैमरा ले जाने की स्वीकृति दी गई है.
प्रशासन के साथ ही तमाम राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों ने भी मतगणना को लेकर कमर कस ली है. प्रशासन की ओर से सभी प्रतिनिधियों को मतगणना से जुड़ी जानकारियां दे दी गई हैं. मतगणना केंद्रों पर मोबाइल लेकर जाने की मनाही हैं.
डीआईजी गढ़वाल करन सिंह नगन्याल ने बताया कि पुलिस के सभी विभागों को पहले ही अलर्ट किया हुआ है. देहरादून, हरिद्वार, पौड़ी और टिहरी जिले में मतगणना के दौरान अतिरिक्त पुलिस तैनात किया गया है.
इन जिलों में कई संवेदनशील इलाके हैं. इसीलिए वहां पर अतिरिक्त पुलिस फोर्स की डिमांड की गई थी. डीआईजी गढ़वाल ने बताया काउंटिंग टेबल पर किसी को भी मोबाइल फोन समेत अन्य ज्वलनशील पदार्थ ले जाने की अनुमति नहीं है. हालांकि, कुछ विशेष अधिकृत कर्मचारियों को मोबाइल फोन ले जाने की अनुमति दी गई है.
मतगणना के लिए हर टेबल पर एक मतगणना पर्यवेक्षक, एक माइक्रो ऑब्जर्वर, एक मतगणना सहायक, एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की तैनाती की गई है.
इसके साथ ही प्रत्याशी की तरफ से नियुक्त एजेंट को भी रहने की अनुमति दी गई है. जिलों की सभी विधानसभा सीटों के वोटों की गिनती के लिए अलग-अलग टेबल गई हैं. पोस्टल बैलेट और सर्विस पोस्टल बैलेट की गिनती आरओ टेबल पर हो रही है.
धारा 144 प्रभावी :
काउंटिग के दौरान धारा 144 प्रभावी रहेगी. मतगणना संपन्न हो जाने के बाद किसी भी प्रत्याशी या संगठन द्वारा भीड़ मंडी परिसर में नहीं की जाएगी. न ही विजय जुलूस निकाला जाएगा.
निर्वाचन परिणाम घोषणा के उपरांत प्रमाण पत्र प्राप्त करने हेतु विजयी प्रत्याशी स्वयं उपस्थित होकर प्रमाणपत्र प्राप्त करेंगे. प्रमाण पत्र प्राप्त करने के समय अधिकतम चार व्यक्ति अपने साथ ले जा सकते हैं.
उत्तराखंड की मुख्य निर्वाचन अधिकारी सौजन्या ने बताया कि सभी 13 जिलों के लिए मतगणना के लिए सभी तैयारी हो गई हैं.
प्रत्येक विधानसभा के लिए 3 हॉल हैं जिनमें 2 में EVM और एक में पोस्टल बैलेट की गिनती होगी. 3-लेयर सिक्योरिटी और CCTV कैमरे लगाए गए हैं. मतगणना केंद्र में मोबाइल फोन ले जाने की अनुमति नहीं है.