2022 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस बड़ी हार के बाद नेताओं के बीच लगातार आरोप प्रत्यारोप जारी हैं । जिसे लेकर पार्टी ने कड़ा रुख अपना लिया हैं।
प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव ने पार्टी नेताओं को हार के कारणों की समीक्षा से पहले सार्वजनिक रूप से बयानबाजी से परहेज करने को कहा है। ऐसा नहीं होने पर इसे अनुशासनहीनता मानने की चेतावनी दी है।
प्रदेश में कांग्रेस को मिली हार के बाद से नेताओं में एक दूसरे पर वार-पलटवार किए जा रहे हैं। मामला गंभीर होने पर प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव को हस्तक्षेप करना पड़ा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने चुनाव हारी है, लेकिन हिम्मत नहीं हारी। होली के बाद पार्टी की पराजय के कारणों की समीक्षा की जाएगी।
प्रदेश में कांग्रेस को मिली हार के बाद से नेताओं में एक दूसरे पर वार-पलटवार किए जा रहे हैं। मामला गंभीर होने पर प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव को हस्तक्षेप करना पड़ा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने चुनाव हारी है, लेकिन हिम्मत नहीं हारी। होली के बाद पार्टी की पराजय के कारणों की समीक्षा की जाएगी।
उन्होंने कहा कि कांग्रेसजनों ने पूरे मनोयोग से चुनाव अभियान में भाग लिया और पार्टी के मत प्रतिशत को बीते चुनाव की तुलना में बहुत ऊंचा पहुंचाया है। वर्ष 2017 में पार्टी को 33.5 प्रतिशत मत मिले थे, यह इस बार बढ़कर 37.91 प्रतिशत हो गए हैं। अफसोस यह है कि मत प्रतिशत तो बढ़ा, लेकिन उस अनुपात में सीटें नहीं बढ़ीं। यह पार्टी के लिए आत्म चिंतन का विषय है।