उत्तराखंड वासियों के लिए खुशखबरी है, सरकार ने मसूरी और दूसरे पर्यटन स्थलों को हवाई सेवा से जोड़ने के लिए कदम बढ़ा दिए हैं.
इसको लेकर मसूरी SDM के नेतृत्व में सिविल एविएशन के अफसरों ने स्थानीय प्रशासन और नगर पालिका के अधिकारियों के साथ मसूरी चमन स्टेट मॉडर्न स्कूल, राधा भवन स्टेट के साथ कई स्थलों का स्थलीय निरीक्षण किया.
इस दौरान मसूरी में हेलीपैड बनाए जाने की कार्य योजना तैयार की गई. इस मौके पर एसडीएम मसूरी और सिविल एविएशन के कैप्टन बीके सिंह द्वारा क्षेत्रों का निरीक्षण कर हेलीपैड के साथ संपर्क मार्गों का भी निरीक्षण किया गया.
SDM मसूरी के अनुसार शासन द्वारा निर्देश दिए गए हैं कि मसूरी में हेलीपैड और हेली ड्रोन का निर्माण कराया जाना है. जिसमें दो से तीन जहाज लैंड कर सकें.
वहीं सरकार द्वारा रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम उड़ान योजना और मसूरी के पर्यटन को जोड़ते हुए हेलीपैड बनाये जाने को लेकर जगह चिन्हित की जा रही है. जिससे भविष्य में एक अच्छा और सुविधाओं से लैस हेलीपैड विकसित किया जा सके.
उन्होंने बताया कि सिविल एविएशन डिपार्टमेंट के कैप्टन बीके सिंह के साथ जमीनों का निरीक्षण किया जा रहा है. उचित जगह चिन्हित कर प्लान तैयार किया जा रहा है. जल्द रिपोर्ट शासन को सौंप दी जाएगी.
शासन के निर्णय के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि मसूरी पर्यटन की दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण स्थल है. रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम उड़ान के तहत मसूरी में हवाई सेवा को शुरू करने का कार्य किया जा रहा है.
अभी मसूरी पहुंचने के लिए जौलीग्रांट एयरपोर्ट से टैक्सी करनी पड़ती है. जौलीग्रांट से मसूरी की दूरी करीब 60 किलोमीटर पड़ती है. अगर देहरादून से मसूरी जाना हो तो ये दूरी करीब 35 किलोमीटर पड़ती है. ये दूरी भी सड़क मार्ग से तय करनी पड़ती है. हवाई सेवा शुरू होने के बाद जौलीग्रांट से सीधे मसूरी पहुंचा जा सकेगा.