कश्मीर घाटी में लगातार हो रही आतंकी घटनाओं के बीच उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा है कि सरकार जम्मू-कश्मीर में शांति स्थापित करने के लिए प्रतिबद्ध है। इसे पुरानी प्रथा के अनुसार खरीदा नहीं जाएगा, बल्कि स्थापित किया जाएगा। सुरक्षा बलों को आतंकियों के खिलाफ खुली छूट दी गई है। आतंकियों के पारिस्थितिकी तंत्र को पूरी तरह से नेस्तनाबूत किया जाएगा।
प्रधानमंत्री की 24 अप्रैल को सांबा के पल्ली गांव में आयोजित होने वाली रैली के स्थान का दौरा करने के बाद मंगलवार को पत्रकारों से बात करते हुए एलजी ने कहा कि सुरक्षा बलों ने जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद का मुकाबला करने में बढ़त हासिल कर ली है, और केंद्र शासित प्रदेश में आतंकी पारिस्थितिकी तंत्र को नष्ट करने के लिए काम कर रहे हैं।
आतंकवादियों द्वारा चुनिंदा हत्याओं से कश्मीर में भय का माहौल पैदा करने के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में कहा, हमारे प्रशासन का इरादा बहुत स्पष्ट है कि शांति खरीदना नहीं बल्कि इसे स्थापित करना है। वह युग चला गया जब जम्मू-कश्मीर में शांति खरीदी जा रही थी। हम आतंकवाद के पारिस्थितिकी तंत्र को उसकी जड़ों से उखाड़ फेंकना चाहते हैं। इसमें समय लग सकता है लेकिन सरकार आतंकी पारिस्थितिकी तंत्र को नष्ट कर देगी।
आसान लक्ष्य को निशाना बना रहे दहशतगर्द
एलजी ने कहा कि आज सुरक्षा बलों का आतंकियों पर पकड़ मजबूत (अपर हैंड) है। हमारे सुरक्षा बल उनकी रीढ़ तोड़ने में सफल रहे हैं। आतंकवादी हताशा में आसान लक्ष्य पर हमला कर रहे हैं, लेकिन इस पर ध्यान दिया जा रहा है। आगाह किया कि भविष्य में भी ऐसी घटनाएं हो सकती हैं, लेकिन हमें इसके लिए सचेत रहना है।