उत्तराखंड में 6 मई से शुरू होने वाली केदारनाथ की यात्रा को लेकर शासन प्रशासन तेज़ी से तैयारियों में जुट गया है। इसी तैयारियों के मद्देनज़र अब केदारनाथ में अधिक तीर्थयात्रियों के आने पर अव्यवस्थाएं न हों इसको देखते हुए अब धाम में रात को सिर्फ 6000 श्रद्धालु ही ठहराए जा सकेंगे। जबकि पहले यह आंकड़ा आठ हजार के पार था। साथ ही सोनप्रयाग से ही यात्रियों के ठहरने और गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग पर जंगलचट्टी से लिनचोली तक भी दो हजार यात्रियों की व्यवस्था की जाएगी। डीएम ने यात्रा से जुड़े विभागों को समयबद्ध तैयारियां पूरी करने को कहा है।
छह मई से शुरू हो रही बाबा केदार की यात्रा में इस बार श्रद्धालुओं के काफी संख्या में पहुंचने की उम्मीद है। केदारघाटी के होटल, लॉज, रेस्टोरेंट के साथ ही जीएमवीएन को जून माह तक फुल बुकिंग मिल चुकी है। यात्रियों के ठहरने के लिए योजना बनाई जा रही है, जिससे धाम में अव्यवस्था का माहौल पैदा न हो। धाम में यात्रियों का कम से कम दबाव रहे इसके लिए केदारनाथ में रात्रि के लिए 6000 श्रद्धालुओं को ही ठहराया जाएगा। गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग पर जंगलचट्टी, भीमबली, छोटी लिनचोली, बड़ी लिनचोली में दो हजार श्रद्धालुओं को ठहराया जा सकेगा। बता दें कि वर्ष 2019 में दस लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने बाबा के दर्शन किए थे। सीमित जगह व संसाधनों के चलते यात्रियों को दिक्कतें भी हुईं। ऐसे में इस बार प्रशासन शुरू से ही अपने स्तर से कोई कमी नहीं रखना चाहता है।