अनुसूचित जाति के दूल्हे को घोड़े से उतारने पर पीएम मोदी से करी शिकायत

अल्मोड़ा जिले के सल्ट क्षेत्र में एक जातीय भेदभाव का मामला सामने आया है. आरोप है कि गांव के ही कुछ सवर्ण जाति के लोगों ने अनुसूचित जाति के दूल्हे को बारात के दौरान घोड़े से उतारने और जान से मारने की धमकी दी है. दूल्हे के पिता ने इस मामले की शिकायत अल्मोड़ा डीएम, एससी-एसटी आयोग, राज्यपाल से लेकर पीएम नरेंद्र मोदी तक की है.
अल्मोड़ा जिले की सल्ट तहसील के ग्राम थला तड़ियाल (मौडोली) निवासी दर्शन लाल का कहना है कि उनके पुत्र विक्रम कुमार का विगत 2 मई को विवाह था. उनका आरोप है कि बारात प्रस्थान के वक्त लगभग साढ़े 4 बजे थला तड़ियाल गांव के मजबाखली तोक के सवर्ण जाति की कुछ महिलाओं और कुछ पुरुषों द्वारा दूल्हे को अनुसूचित जाति का होने के कारण घोड़े से जबरन उतारा गया. बारात रोके जाने की कोशिश भी की गई. यही नहीं उनका आरोप है कि उनके द्वारा जाति सूचक शब्दों का इस्तेमाल कर यह धमकी दी गयी कि अगर बारात नहीं रोकी गयी तो, सभी बारातियों को कफल्टा कांड की तरह जान से मार दिया जाएगा. आरोप है कि बारात रोकने के वक्त वहां मौजूद अधिकांश महिलाओं द्वारा यह कहा गया कि अभी उनकी किस्मत अच्छी है, क्योंकि उनके अधिकांश पुरुष वर्ग अभी घर पर नही हैं. अन्यथा अंजाम बुरा होता. दर्शन लाल ने इस मामले में सल्ट एसडीएम, अल्मोड़ा डीएम, एससी-एसटी आयोग, उत्तराखंड के राज्यपाल से लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को शिकायती पत्र भेजकर आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है. इस मामले में सल्ट तहसील के नायब तहसीलदार दीवान गिरि गोस्वामी का कहना है कि उनके संज्ञान में ऐसा मामला आने के बाद उन्होंने तुरंत कानूनगो और पटवारी को मौके पर जांच के लिए भेज दिया है. अगर कोई दोषी होगा तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

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