उत्तराखंड के चंपावत में उपचुनाव के लिए वोटिंग जारी है। सुबह नौ बजे तक 14.06 प्रतिशत मतदान हो गया। उपचुनाव में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी समेत चार प्रत्याशी मैदान में हैं। दरअसल, विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री धामी को खटीमा से हार का मुंह देखना पड़ा था, ऐसे में क्षेत्र के पूर्व विधायक कैलाश गहतोड़ी ने यह सीट उनके लिए खाली कर दी थी। उत्तराखंड की पांचवीं विधानसभा के लिए 15 फरवरी को हुए मतदान के 106 दिन बाद 31 मई को चंपावत में दूसरी बार मतदान हो रहा है।
लोग इस चुनाव को मुख्यमंत्री का निर्वाचन क्षेत्र बनने से विकास की आस संजोए हैं। राजनीतिक समीक्षकों का कहना है कि आम लोग इस वीआईपी सीट के जरिये भविष्य को लेकर संजोए सपने को हाथ से नहीं जाने देना चाहते। उपचुनाव में इतिहास रचने का लक्ष्य लेकर आगे बढ़ रही भाजपा का प्रयास फरवरी में हुई वोटिंग (65.99 प्रतिशत) के लिए लोगों को बूथों तक लाने का है।
लगातार दो बार इस सीट को जीत चुकी भाजपा उपचुनाव जीत तिकड़ी बनाने के लिए उत्सुक है। पांच बार कांग्रेस से प्रत्याशी रहे दो बार के विधायक हेमेश खर्कवाल के बजाय पहली बार महिला प्रत्याशी को मैदान में उतार कांग्रेस ने महिला कार्ड खेलने का प्रयास किया है, लेकिन राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि अगर आखिरी वक्त पर कोई चमत्कारिक बदलाव न हुआ, तो अब तक के हालात इस प्रयोग को नाकाफी मान रहे हैं।
कनल गांव बूथ में महिला वोटर पारंपरिक परिधान में वोट डालने पहुंची। उपचुनाव को लेकर महिलाओं में भरपूर उत्साह नजर आया।