हर बारह साल में आयोजित होने वाली इस यात्रा का शुभारंभ आगामी 6 सितंबर से होने जा रहा है, इस यात्रा के लिए स्थानीयों में खासा उत्साह रहता है.
लिहाज़ा यात्रा के मद्देनज़र लाता नन्दा देवी सेवा समिति जरुरी व्यवस्थाएं चाक चौबंद करने के लिए प्रशासन को चिठ्ठी लिखी है, समिति के सदस्यों ने यात्रा के आरंभ बिंदु लाता गांव से अंतिम छोर नीती गांव तक के विभिन्न पहाड़ों में जरुरी सुविधाएं और व्यवस्थाएं दुरुस्त करने की मांग की है.
समिति की बिंदुवार मांगे-
जिन गांवों मे लोक निर्माण विभाग द्वारा मोटर मार्ग व पैदल मार्ग का रख रखाव किया जाता है वहां पर पैदल मार्ग बरसात के कारण क्षतिग्रस्त है वो ठीक किया जाय।
विधुत आपूर्ति की समुचित ब्यवस्था हो विभाग को निर्देशित किया जाय।
राजजात/यात्रा के दौरान स्वास्थ्य विभाग की एक टीम की ब्यवस्था की जाय जो हर समय यात्रा के साथ चले।
प्रत्येक गॉव मे पानी की उचित व्यवस्था हो जल संस्थान व पेयजल निगम को निर्देशित किया जाय।
शांति व्यवस्था हेतू पुलिस विभाग की एक टीम राजजात/यात्रा के साथ रहे।
इलेक्ट्रॉनिक व प्रिंट मीडिया की व्यवस्था की जाय।
तहसील प्रशासन की एक टीम (पटवारी/कानूनगो) राजजात/यात्रा के साथ रहे।
पर्यटन को बढ़ावा देने हेतू पर्यटन विभाग द्वारा प्रचार प्रसार सामग्री की व्यवस्था की जाय। और कुछ गॉवो मे शौचालय आदि की व्यवस्था की जाय।
जिला पंचायत स्तर पर भी गांवो मे समुचित व्यवस्था की जाय।
सीमान्त घाटी के अंतिम गॉव नीती तक मुख्य सड़क की रख रखाव BRO द्वारा किया जाता है, अतः BRO को चिन्ह्ति डेंजरस जोन पर उचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए जाए.
बता दें कि 6 सितम्बर से शुरु होने वाली यात्रा 30 सितम्बर तक चलेगी, समिति के अनुमान के अनुसार इस यात्रा के दौरान नीति घाटी में 1500 से 2000 यात्री रहेंगे.