पौड़ी के श्रीनगर में देर रात दो गांव में बादल फट गया, जोगड़ी और रैतपुरा गांव में बादल फटने से खेतों को भारी नुकसान हुआ है। पानी और मलबा आने से खेत तबाह हो गए।
सड़क मार्ग व बिजली-पानी की लाइनें भी क्षतिग्रस्त हुई हैं। किसी मकान को क्षति नहीं पहुंची है। वहीं, कोई जन या पशुहानि नहीं हुई है।
उत्तराखंड में बीते तीन दिन से मौसम खराब बना हुआ है। आज भी देहरादून, टिहरी, पौड़ी, हरिद्वार, चंपावत, नैनीताल, ऊधमसिंह नगर में अगले 24 घंटे में भारी से बहुत भारी बारिश के आसार है।
भारी बारिश को देखते हुए मौसम विज्ञानियों ने येलो अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में ज्यादातर इलाकों में तेज गर्जना के साथ कहीं-कहीं भारी से बहुत अधिक बारिश की संभावना है।
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक विक्रम सिंह ने बताया कि अगले 24 घंटे पहाड़ी क्षेत्रों के लिए एहतियात बरतने वाले हैं।
पौड़ी जिले में मौसम के बदले मिजाज व लगातार रुक रुककर हो रही बारिश से राज्यमार्ग कर्णप्रयाग-नौटी-पौठाणी, घंडियाल-पाली-डांगी, पोखरीखेत-मासौ समेत 56 मोटर मार्गों पर यातायात ठप रहा।
बारिश से रविवार को जिले के 56 मोटर मार्गों पर यातायात ठप रहा जिसमें एक राज्यमार्ग भी शामिल रहा। जिला प्रशासन की ओ रसे मार्गों को जेसीबी से खोलने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं लेकिन लगातार हो रही बारिश से सड़कों पर मलबा और बोल्डर आने से सड़कों को खोलने में दिक्कतें हो रही हैं।
रविवार को जिले के राज्यमार्ग कर्णप्रयाग-नौटी-पौठाणी, घंडियाल-पाली-डांगी, पोखरीखेत-मासौ, कोट मल्ला-रीठाखाल, स्वीत-गहड, किंसूर-कांडी, डुंगरीपंथ-छातीखाल, पाणीसैंण-बूथानगर, शंकरपुर-बसेडी, देवीखेत-स्यालना, सिमल्या-कफल्डी, पोखरी-ढुमका आदि मोटर मार्ग पर यातायात बंद रहा।