राजधानी देहरादून के मालदेवता में शनिवार तड़के आई आपदा में अभी तक 3 लोगों के शव बरामद हुए हैं. वहीं 13 लोग अभी भी लापता बताए जा रहे हैं. तीसरे तीन भी राहत और बचाव का काम जारी है. एनडीआरएफ मलबे में दबे लापता लोगों की तलाश में डॉग स्क्वायड की भी मदद ले रही है.
देहरादून जिला मुख्यालय से करीब तीस किमी दूर मालदेवता क्षेत्र के सरखेत में शनिवार को बादल फटने की घटना सामने आई थी. यहां पर बादल फटने के बाद आए पानी के सैलाब ने सब कुछ तबाह कर दिया था. कई जिंदगियां मलबे के नीचे दफन हो गई थी. शनिवार को 16 लोगों के लापता होने की खबर था, जिसमें 3 तीन लोगों के शव बरामद हो गए है, वहीं, 13 लोगों की खोजबीन के लिए सर्च और रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है.
उत्तराखंड आपदा प्राधिकरण के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर पीयूष रौतेला ने बताया कि आपदा से काफी बड़ा क्षेत्र प्रभावित हुआ है, लिहाजा पूरे क्षेत्र में नुकसान का आकलन भी किया जा रहा है. देहरादून जिले में अभी भी 5 राज्य मार्ग, दो जिला मार्ग और 32 अन्य ग्रामीण मोटर मार्ग बंद है, जिन्हें लगातार खोलने का प्रयास किया जा रहा है.
एसडीआरएफ की मदद से आपदाग्रस्त क्षेत्रों में राहत और खाद्य सामग्री भेजी जा रही है. इस इलाके में सड़क मार्ग क्षतिग्रस्त हो चुके हैं, ऐसे में एसडीआरएफ के जवान ही पैदल पीड़ित परिवारों को मदद और खाद्य सामग्री पहुंचा रहे हैं. सोमवार को हेड कांस्टेबल रविंद्र पटवाल के हमराह SDRF टीम द्वारा लगभग 10 किलोमीटर पैदल चलकर जनपद टिहरी के चिपल्डी गांव में सम्पर्क मार्ग टूटने पर जिप लाइन एवं रोप स्ट्रेचर से राशन पहुंचाया गया.