रायपुर क्षेत्र के एक गर्ल्स हॉस्टल में नाबालिग छात्रा से छेड़छाड़ के मामले का संज्ञान लेते हुए बाल आयोग ने अध्यक्ष डॉ गीता खन्ना के निर्देश पर छात्रावास का निरीक्षण किया.
आयोग की टीम ने हॉस्टल संचालिका से हॉस्टल के जरूरी दस्तावेज मांगे लेकिन संचालिका ने कहा कि दस्तावेज में पति के पास होने का हवाला दिया.
वहीं नाबालिग से छेड़छाड़ के मामले में आयोग ने संचालिका से पूछताछ की तो संचालिका ने कहा कि हॉस्टल में 50 बच्चे है, इतने बच्चों का खाना माहिलाओं के लिए संभव नहीं है इसलिए पुरुष कुक रखे है. आयोग ने गर्ल्स हॉस्टल में पुरुष कर्मचारियों के होने को अनुचित ठहराया.
गौरतलब है कि रायपुर थाना क्षेत्र में एक महिला ने एक छात्रावास के रसोइए पर वहां रह रही उनकी नाबालिग बेटी से छेड़छाड़ का आरोप लगाया था. महिला की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है.
महिला के मुताबिक उनकी बेटी एक कोचिंग सेंटर में प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रही है, इंस्टीट्यूट संचालक के कहने पर उन्होंने अपनी बेटी को उस छात्रवास में रखा, महिला का कहना है कि हॉस्टल संचालिका ने उन्हें भरोसा दिया था कि हॉस्टल में कोई भी पुरुष नहीं रहता. लेकिन वहां खाना बनाने के लिए पुरुष रसोइया रखा गया है, जिसने नाबालिग छात्रा के छेड़छाड़ की थी.