उत्तराखंड विधानसभा में नौकरियों हुए भाई भतीजावाद को लेकर जनता में काफी आक्रोश देखने को मिल रहा है, तो वहीं अब इस मामले की CBI जांच की मांग उठने लगी है.
पौड़ी गढ़वाल के नैनीडांडा के ग्राम प्रधान संगठन ने कथित अवैध नियुक्तियों की CBI जांच की मांग उठाई है, संगठन ने इस बाबत जिले के मुख्य विकास अधिकारी को चिठ्ठी लिखी और इस तरह हुई नियुक्तियों को बेरोजगारों के साथ खिलवाड़ करार देते हुए निंदनीय बताया.
गौरतलब है कि बीते दिनों कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने प्रेमचंद अग्रवाल के स्पीकर रहते हुए विधासभा में बैकडोर से एंट्री के जरिए भर्ती करने का मुद्दा उठाया. जिसके बाद मीडिया से लेकर सोशल मीडिया में ये मुद्दा छाया रहा.
प्रेमचंद अग्रवाल ने इन नियुक्तियों को स्पीकर का विशेषाधिकार करार दिया था,इसके अलावा कांग्रेस के कार्यकाल में स्पीकर रहे गोविंद सिंह कुंजवाल पर भी अपने बेटे बहू को नौकरी देने का आरोप लगा. कुंजवाल ने भी नियुक्तियों को विशेषाधिकार करार देते हुए. वैध करार दिया.
इतना ही नहीं भाजपा के कार्यकाल में संघ के करीबियों को बैक डोर से नियुक्त का आरोप लग रहा है.