डॉ. निशंक की किताब “मूल्य आधारित शिक्षा “ का उपराष्ट्रपति ने किया लोकार्पण

भारत के पूर्व शिक्षा मंत्री और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से मुलाकात की.

इस मौके पर उपराष्ट्रपति ने निशंक की पुस्तक “मूल्य आधारित शिक्षा/ Value Based Education” का लोकार्पण किया.

डॉ. निशंक ने कहा कि ये किताब उन्होंने UNESCO यूनेस्को की महानिदेशक औड्रेय औज़ले के आग्रह पर लिखी.

उन्होंने कहा कि औज़ले चाहती है कि दुनियाभर के बच्चों को मूल्य आधारित शिक्षा अनिवार्य रूप से मिले. लोकापर्ण के दौरान उपराष्ट्रपति ने नई शिक्षा की के लोकप्रिय होने पर खुशी जाहिर की.

साथ ही उन्होंने हिमालय के सर्वांगीण विकास के लिए डॉ निशंक के कार्यों पर प्रसन्नता जाहिर की.

डॉ निशंक ने राष्ट्रपति को बताया कि नयी शिक्षा नीति विश्व के सबसे बड़े नवाचार युक्त परामर्श का परिणाम है जिसमे ढाई लाख पंचायतों समेत शिक्षा जगत से जुड़े सभी हित धारकों के सुझाव लिए गए.

इस दौरान डॉ निशंक ने कहा कि शिक्षा नीति के निर्माण में मानवीय मूल्यों और परंपरागत भारतीय ज्ञान पर विशेष ध्यान दिया गया उन्होंने शिक्षा नीति के सफल क्रियान्वयन हेतु भरसक प्रयास पर बल दिया.

डॉ निशंक ने कहा कि नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति -2020 यशस्वी प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा की गयी न्यू इंडिया” की आधारशिला है जो बदलते समाज और गतिशील दुनिया की चुनौतियों को अवसरों में बदल सके और विश्वगुरु भारत का निर्माण कर सकेंगे.

उन्होंने आगे बताया क़ि प्रधानमंत्री  मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व और उनकी प्रेरणा से सबसे बड़े विमर्श के बाद ऐतिहासिक और परिवर्तनकारी शिक्षा नीति -2020 का निर्माण हुआ जो सभी भारत वासियों की अपेक्षा पर खरी उतरती है.

डॉ निशंक ने बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति पूर्ण रूप से भारत केंद्रित होने के साथ गुणवत्ता परक, नवाचारयुक्त, व्यावहारिक, प्रोदयोगिकीयुक्त, अंतर्रष्ट्रीय, वैज्ञानिक और कौशल युक्त है जी हमारी भावी पीढ़ी को सफल वैश्विक नागरिक बनाने पर ध्यान केंद्रित करती है ।

राष्ट्रीय शिक्षा नीति के माध्यम से हमारे युवा ज्ञान प्रौद्योगिकी भारतीय मूल्यों और परम्परागत ज्ञान के बल पर भारत को आत्मनिर्भर बनाने में सफल हो सके कुल मिलाकर जो राष्ट्रीय शिक्षा नीति NEP-2020 बनाई गई वह 130 करोड़ से अधिक लोगों की आकांक्षाओं का प्रतिबिंब है.

ये उन मूल्यों, क्षमताओं और व्यवहार को विकसित करने के बारे में है जो एक स्थिर समाज बनाने के लिए शांति, न्याय और समावेशिता के गुण पैदा करते है।

नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति NEP 2020 सभी के कल्याण के लिए एक विश्व समुदाय को एकजुट करने, प्रेरित करने और सबका समग्र विकास सुनिश्चित लिए प्रतिबद्ध है .

निश्चित रूप से भारत को शिक्षा के आकर्षक गंतव्य के रूप में स्थापित कर यह राष्ट्रीय शिक्षा नीति भारत के विश्व गुरू बनने का मार्ग प्रशस्त करेगी .

डॉ निशंक ने कहा कि विभिन्न विषयों पर उपराष्ट्रपति का मार्गदर्शन प्राप्त हुआ । इस अवसर पर डॉ निशंक ने उपराष्ट्रपति जगदीप धनकड़ को देवभूमि उत्तराखंड के पावन धाम श्री बद्रीनाथ, केदारनाथ जी, गंगोत्री, यमुनोत्री चारों धामों के दर्शन का निमंत्रण भी दिया.

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