4 अक्टूबर को उच्च हिमालयी क्षेत्र में प्रशिक्षण के लिए निकले नेहरू पर्वतारोहण संस्थान के 44 पर्वतारोहियों दल के साथ द्रौपदी का डांडा 2 पर्वत चोटी पर हिमस्खलन की घटना सभी के लिए दुखद ख़बर है… इस हादसे में कई जाबाज़ पर्वतारोहियों को खो दिया है..
एवलॉन्च की जानकारी मिलने के बाद से ही रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. कुछ लोग मौत के मुँह से जिन्दा बच निकले, लकिन बहुत से पर्वतारोहियों को अपनी जान गवानी पड़ी, जिनके रेस्क्यू के लिए ही टीम लगी हुई है…
जानकारी अनुसार एडवांस बेस कैंप/ दुर्घटना स्थल पर अभी तक 19 शव बरामद किये गए हैं. कल देर शाम तक तीन और पर्वतारोहियों के शव बरामद हुए हैं.
जहा आज सुबह हर्षिल से 02 हेलीकाप्टर ने घटनास्थल की ओर उड़ान भरी.
अब एडवांस बेस कैंप में तैनात रेस्क्यू टीम द्वारा लापता हुए 10 ट्रेनी की खोजबीन जारी है…
वही उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि हिमस्खलन से हुई दरार से कुल 19 शव बरामद किए गए हैं. आज उन्नत हल्के हेलीकाप्टर से शवों को मतली हेलीपैड तक लाने का प्रयास किया जाएगा. डीजीपी ने बताया कि कुल 30 बचाव दल तैनात हैं.
उनका कहना है की आईटीबीपी, नेहरू पर्वतारोहण संस्थान, वायुसेना, सेना, एसडीआरएफ आदि की विभिन्न टीमों के कुल 30 लोगों को तैनात किया गया है.