शीतकाल के लिए बंद हुआ विश्व धरोहर फूलों की घाटी

विश्व धरोहर फूलों की घाटी शीतकाल में पर्यटकों के लिए बंद कर दी गई है । इस साल घाटी में तक़रीबन 20,827 पर्यटक पहुंचे, जिसमें 280 विदेशी पर्यटक भी शामिल हैं। कोरोना के बाद अब पर्यटकों में घूमने का उत्साह ज्यादा बढ़ गया है… जिस कारण इस वर्ष यह अब तक घाटी में पहुंचने वाले पर्यटकों का सर्वाधिक रिकॉर्ड है।

एक जून से पर्यटकों के लिए फूलों की घाटी खोली गयी थी, बता दे की 87.5 वर्ग किमी में फैली फूलों की घाटी रंग बिरंगे फूलों और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए विश्व विख्यात है। यहां के स्लोप पर्यटकों को आकर्षित करते हैं।

घाटी में जुलाई से अक्तूबर तक 300 से अधिक प्रजाति के फूल खिलते हैं। यही कारण है की इस समय के लिए यह पर्यटकों के लिए खोला जाता है… घाटी में पोटोटिला, प्रिम्यूला, एनीमोन, एरिसीमा, एमोनाइटम, ब्लू पॉपी, मार्स मेरी गोल्ड, ब्रह्म कमल, फैन कमल जैसे कई फूल खिले रहते हैं।

घाटी में दुर्लभ प्रजाति के जीव जंतु, वनस्पति व जड़ी बूटियों का भंडार है। विभिन्न प्रकार के फूल होने पर यहां तितलियों का भी संसार रहता है। इस घाटी में कस्तूरी मृग, मोनाल, हिमालय का काला भालू, गुलदार, हिम तेंदुआ भी दिखता है।

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