महानगर कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष लालचन्द शर्मा के नेतृत्व में महानगर के कांग्रेसजनों द्वारा मेवाड नरेश महाराणा प्रताप की पुण्यतिथि के अवसर पर बिन्दाल स्थित उनकी मूर्ति पर माल्यार्पण कर उन्हेें श्रद्धा सुमन अर्पित किये।
इस अवसर पर पूर्व महानगर अध्यक्ष लालचन्द शर्मा ने कहा कि वीरता और दृढ प्रण वाले महाराणा प्रताप को जानी जाने वाली मेवाड की शौर्य भूमि धन्य है।
महाराणा प्रताप ने धर्म एवं स्वाधीनता के लिए अपना बलिदान देकर इतिहास में अपना नाम अजर-अमर किया है। मेवाड पर विजय प्राप्ति के लिए अकबर ने कई प्रयास किये परन्तु महाराणा प्रताप ने उनकी अधीनता स्वीकार नहीं की। महाराणा प्रताप वीरता के अभिप्रायः थे उन्होंने मुगल साम्राज्य का विरोध किया तथा मुगल सरदार राजा मानसिंह की 80 हजार सेना का अकेले सामना किया था। हल्दीघाटी युद्ध पर जाने से पहले महाराणा प्रताप ने एक बार कहा था कि मैं देवताओं के सामने शपथ लेता हूं कि मैं एक भूसे के बिस्तर पर सोऊंगा और पत्तल पर खाऊंगा और अपने महल को जंगलों में रहने के लिए छोड़ दूंगा जब तक कि मैं चित्तौड़ की महिमा वापस नहीं लाऊंगा।
इस अवसर पर पार्षद अर्जुन सोनकर, पप्पू कोहली, मुकेश सोनकर, सुनील बांगा , नीरज नेगी, राजीव प्रजापति, हिमांशु कटारिया, शिवम गुप्ता, यामीन खान, पवन शर्मा, मनोज कुमार, बिट्टू श्याम, वाल्मीकि आदि अनेक कांग्रेसजन उपस्थित थे।