चारधाम यात्रा के लिए पहले दिन ही 31 हज़ार पंजीकरण का रिकॉर्ड

उत्तराखंड में जल्द ही चारधाम यात्रा शुरू होने वाली है… यात्रा में आने के लिए इस साल भी पंजीकरण की व्यवस्था रहेगी, जिसके लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन भी खोल दिए गए है,तीर्थयात्री, आनलाइन व आफलाइन दोनों माध्यम से पंजीकरण कर सकेंगे। इसके लिए उत्तराखंड टूरिज्म, देहरादून स्मार्ट सिटी पोर्टल तथा टूरिस्ट केयर उत्तराखंड की वेवसाइट पर आनलाइन पंजीकरण की व्यवस्था की गई है। सभी यात्रियों को चारधाम आने से पूर्व रजिस्ट्रेशन करना अनिवार्य है…

चारधाम यात्रा के लिए पंजीकरण के लिए सरकार की ओर से वेबसाइट तथा वाट्सएप नंबर जारी किए गए हैं। यदि आप चारधाम यात्रा के लिए वेबासाइट पर आनलाइन पंजीकरण करना चाहते हैं तो आपको registrationandtouristcare.uk.gov.in पर लागइन करना होगा। इसके बाद आप Register/Login पर जाकर नाम, फोन नंबर समेत अन्य जानकारियां देकर अपना रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। इसके अलावा मैसेजिंग एप वाट्सएप पर आप 8394833833 पर Whatsapp कर सकते हैं। इस माध्यम से रजिस्ट्रेशन के लिए आपको इस नंबर पर yatra मैसेज करना होगा। इसके बाद आपसे कुछ सवाल किए जाएंगे, जिनका जवाब देते हुए आप चारधाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं।

प्रशासन द्वारा बदरीनाथ व केदारनाथ धाम के लिए खोले गए आनलाइन पंजीकरण में पहले दिन रिकार्ड दर्ज हो गया जिसमे 31 हजार पंजीकरण किये गए…

फिलहाल गंगोत्री व यमुनोत्री के कपाट खुलने की तिथि विधिवत घोषित होने के बाद इन धामों के लिए आनलाइन पंजीकरण शुरू किया जाएगा। चारधाम यात्रा के लिए तीर्थयात्रियों के उत्साह का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि आनलाइन पंजीकरण खुलने के साथ ही पहले दिन शाम साढ़े पांच बजे तक 31565 तीर्थयात्री आनलाइन पंजीकरण करा चुके थे। जिसमें बदरीनाथ के लिए 14294 व केदारनाथ 17088 श्रद्धालुओं ने पंजीकरण कराए।

वर्ष 2013 की आपदा के बाद चारधाम यात्रा को लेकर सरकार ने कई बदलाव किए हैं। आपदा के बाद वर्ष 2016 में चारधाम यात्रा के लिए फोटो मैट्रिक पंजीकरण की व्यवस्था शुरू कर दी गई थी। वर्ष 2020 व 2021 में कोरोना महामारी के कारण चारधाम यात्रा प्रभावित रही।जबकि विगत वर्ष 2022 में रिकार्ड संख्या में तीर्थयात्री चारधाम यात्रा के लिए पहुंचे। विगत वर्ष भी चारधाम यात्रा के लिए आनलाइन व आफलाइन पंजीकरण की व्यवस्था की गई थी।

इस वर्ष 25 अप्रैल को केदारनाथ व 27 अप्रैल को बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि निर्धारित हो चुकी है। जबकि गंगोत्री व यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने की तिथि अभी अधिकारिक तौर पर घोषित नहीं की गई है। हालांकि गंगोत्री व यमुनोत्री धाम के कपाट परंपरानुसार अक्षय तृतीय तिथि को खोले जाते हैं, इस वर्ष 22 अप्रैल को अक्षय तृतीय पर्व है।

पर्यटन विभाग के उप निदेशक वीएस गंगवार ने बताया कि गंगोत्री, यमुनोत्री व श्रीहेमकुंड साहिब धाम के कपाट खुलने की तिथि घोषित होने पर इन धामों के लिए भी आनलाइन पंजीकण खोल दिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि इसके अलावा ऋषिकेश तथा यात्रा मार्गों पर पूर्व के वर्ष की भांति आफलाइन पंजीकरण की व्यवस्था की जाएगी। आफलाइन पंजीकरण की व्यवस्था चारधाम यात्रा आरंभ होने से कुछ दिन पूर्व शुरू होगी।

ऋषिकेश के चारधाम यात्रा बस टर्मिनल पर चारधाम यात्रा के लिए नया ट्रांजिस्ट कैंप स्थापित किया गया है। इस वर्ष चारधाम यात्रा का संचालन तथा आफलाइन पंजीकरण इसी ट्रांजिट कैंप पर की जाएगी। पर्यटन विभाग के उप निदेशक वीएस गंगवार ने बताया कि नए ट्रांजिट कैंप में भवन का कार्य 99 प्रतिशत पूरा हो चुका है।

आउटर में सड़क, पार्किंग आदि का काम शेष रह गया है। करीब चार करोड़ की लागत से यह काम होना है, जिसके लिए दो करोड़ रुपए जारी भी कर दिए गए हैं। इसके अलावा भवन के भीतर अवस्थापना कार्य के लिए ड्राइंग तैयार की जा चुकी है। शीघ्र ही यहां फर्नीचर पार्टीशन तथा अन्य कार्य पूरे कर दिए जाएंगे।

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