रुद्रप्रयाग। विश्व विख्यात केदारनाथ धाम में शीतकाल के बाद अभी तक द्वितीय चरण के कार्य शुरू नहीं हो पाये हैं। धाम में पुनर्निर्माण कार्य शुरू करने में मौसम बाधक बना हुआ है। आये दिन सांय के समय बारिश के अलावा बर्फबारी होने से पुनर्निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पा रहे हैं। हालांकि मजदूरों ने केदारनाथ तक पैदल मार्ग से बर्फ हटा दी है और द्वितीय चरण के पुनर्निर्माण कार्यों को करने के लिए 200 के करीब मजदूर भी केदारनाथ पहुंच गये हैं।
25 अप्रैल से केदारनाथ धाम की यात्रा शुरू हो रही है। यात्रा शुरू होने से पहले केदारनाथ पैदल यात्रा मार्ग से बर्फ हटा दी गई है और पैदल मार्ग पर घोड़े-खच्चरों के अलावा इंसानों की आवाजाही शुरू हो गई है।
अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी केदारनाथ योगेंद्र सिंह ने बताया डीडीएम द्वारा क्षतिग्रस्त एवं रैलिंग टूटी हुई हैं उनका मरम्मत कार्य तीव्र गति से किया जा रहा है। जल संस्थान द्वारा यात्रा मार्ग में तीर्थ यात्रियों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराए जाने के लिए पेयजल स्टेंड पोस्ट, हैंडपम्प एवं पेयजल लाईनों का मरम्मत कार्य के साथ ही घोड़े-खच्चरों को पानी उपलब्ध कराए जाने के लिए पानी की चरियों के मरम्मत एवं निर्माण कार्य तेजी से किया जा रहा है।तथा सुलभ इंटरनेशनल द्वारा भी यात्रा मार्ग में शौचालय निर्माण,चिकित्सा विभाग द्वारा तीर्थ यात्रियों को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए यात्रा मार्ग में स्थापित की जाने वाली एमआरपी का मरम्मत कार्य के साथ ही राष्ट्रीय राजमार्ग द्वारा भी यात्रा मार्ग में पैच वर्क, डामरीकरण एवं क्षतिग्रस्त दीवारों का भी मरम्मत कार्य तत्परता से किया जा रहा है।
वही जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने बताया कि 15 जनवरी से द्वितीय चरण के निर्माण कार्य बंद पड़े हुये हैं। मजदूरों की टीम केदारनाथ पहुंच चुकी है, लेकिन सुबह से सांय तक बारिश व हल्की बर्फबारी हो रही है, जिस कारण पुनर्निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पा रहे हैं। कहा कि केदारनाथ धाम तक बर्फ हटा दी गई है। मंदिर समिति की टीम भी केदारनाथ का जायजा ले चुकी है। इसके अलावा पुनर्निर्माण कार्य करने वाली कंपनी के दो सौ मजदूर भी धाम पहुंच चुके हैं। मौसम साफ होते ही कार्य शुरू कर दिये जाएंगे।