रामनगर में होने वाले जी20 बैठक में प्रतिबंधित संगठन सिख फॉर जस्टिस के मुखिया गुरपतवंत सिंह पन्नू ने सबसे ज्यादा मीडिया और सरकारी कर्मियो को लेकर धमकी दी है इस प्रकार के फोन कॉल मीडिया कर्मियों और कर्मचारियों को आए हैं. पुलिस अलर्ट हो गई. डीजीपी अशोक कुमार ने जांच के आदेश दिए हैं. विभिन्न नंबरों की जांच में एसटीएफ को लगाया गया है. एसएफजे मुखिया पन्नू की रिकॉर्डेड आवाज में इस तरह के धमकी वाली कॉल रविवार शाम को सैकड़ों नंबरों पर आई. इसमें पन्नू ने रामनगर को खालिस्तान का हिस्सा बताते हुए बैठक के दौरान वहां धमकी दी थी. खालिस्तान के समर्थन में झंडे लगाने की बात कही है.
कॉल कई नंबरों से की गई एसएफजे मुखिया पन्नू की रिकॉर्डेड आवाज वाली कॉल की जांच शुरू कर दी गयी है.
इसमें पन्नू धमकी भरे अंदाज में कह रहा है कि रामनगर भारत का हिस्सा नहीं बल्कि खालिस्तान है. सिख फॉर जस्टिस रेलवे स्टेशन एयरपोर्ट समेत बैठक के दौरान वहां खालिस्तान के समर्थन में झंडे लगाएगा. इससे पहले पन्नू ने बीते 15 मार्च को अमृतसर में हुए जी20 सम्मेलन को लेकर भी इसी तरह की कॉल आई थी.