एसआइटी ने राज्य लोक सेवा आयोग की लेखपाल व एई-जेई भर्ती का पेपर लीक प्रकरण के मास्टर माइंड व आयोग के निलंबित अनुभाग अधिकारी संजीव चतुर्वेदी और उसकी पत्नी रितु समेत पांच आरोपितों की 75.60 लाख की संपत्ति चिह्नित करते हुए कुर्क करने की रिपोर्ट जिलाधिकारी विनय शंकर पांडेय को भेजी है.
जिलाधिकारी की अनुमति मिलने पर संपत्तियां कुर्क कर ली जाएगी. एसआइटी का पर्यवेक्षण कर रहे वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने बताया कि पेपर लीक प्रकरण में आरोपितों के खिलाफ गैंगेस्टर एक्ट में भी कनखल थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था.
इस मुकदमे में कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपित लोक सेवा आयोग के निलंबित अनुभाग अधिकारी संजीव चतुर्वेदी, उसकी पत्नी रितु निवासी मोहल्ला कदंभ चौराहा जिला बलिया उत्तर प्रदेश हाल निवासी हरिद्वार, पालीटेक्निक शिक्षक राजपाल, उसका भतीजा संजीव कुमार दूबे निवासी ग्राम कुलचंदपुर उर्फ नथौड़ी थाना गागलहेड़ी सहारनपुर और रामकुमार निवासी सेठपुर लक्सर की संपत्तियां कुर्क की जानी हैं.
जिलाधिकारी को भेजी गई रिपोर्ट
सर्वे में इन सभी आरोपितों की 75.60 लाख की संपत्तियां सामने आई हैं. जिनमें आरोपितों से बरामद हुई 41. 50 लाख रुपये की नकदी व 34.12 लाख रुपये भूखंड निकलकर आए हैं, जिन्हें जब्त करने के लिए जिलाधिकारी को रिपोर्ट भेजी गई है. जिलाधिकारी का आदेश मिलने के बाद इस संबंध में कार्रवाई की जाएगी. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने बताया कि पेपर लीक प्रकरण में एसआइटी की जांच अभी जारी है.