प्रदेश सरकार ने स्कूलों में पढ़ रहे छात्रों के लिए 1 किमी पैदल मार्ग व 5 किमी मोटर मार्ग के दायरे में विकसित होने वाले उत्कृष्ट स्कूलों के छात्रों को परिवहन सेवाएं मुहैया कराने का निर्णय लिया गया है।
इसके तहत सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के रूप में विकसित होने वाले 679 उत्कृष्ट बेसिक व जूनियर स्कूलों से उसके पास के 993 स्कूलों को जोड़ा जाएगा। सरकार के कहे मुताबिक यदि अभिभावक अपने बच्चों के लिए बस चाहेंगे तो स्कूल बस की व्यवस्था की जाएगी, साथ ही परिवहन भत्ता चाहेंगे तो हर महीने प्रति बच्चे के खाते में दो–दो हजार रूपये भेजे जाएंगे।
उत्कृष्ट स्कूल बनने के बाद से नौनिहालों को बेहतर शिक्षा का अवसर प्राप्त होगा, वहीं दूसरी ओर कम छात्र संख्या वाले स्कूलों के संचालक पर होने वाला खर्चा भी बचेगा। मुख्य सचिव डॉ एसएस सिंधु ने जानकारी देते हुए कहा कि इन स्कूलों के उत्कृष्ट स्कूल के रूप में विकसित होने से आसपास के बच्चे भी पढ़ाई के लिए यहां आ सकेंगे। पहले चरण में बेसिक के 603 स्कूल और जूनियर स्तर के 76 स्कूलों को उत्कृष्ट स्कूल के रूप में लिया जा रहा है।
वही शिक्षा सचिव रविनाथ रमन का कहना है कि उत्कृष्ट स्कूल से जुड़ने वाले स्कूल चलते रहेंगे। जब इनके सारे छात्र उत्कृष्ट स्कूलों में आने जाएंगे, तब उन्हें बंद किया जाएगा। बंद स्कूलों के संसाधनों का उपयोग उत्कृष्ट स्कूलों में किया जाएगा। शिक्षकों के समायोजन या सेवा स्थानांतरण की भी व्यवस्था बनाई जाएगी