टनल दुर्घटना की सीबीआई जॉच व दोषियों पर मुकदमा दर्ज हो: कांग्रेस

कांग्रेस के आरोप- सिलक्यारा टनल हादसा की मुख्य वजह अनुभवहीनता, लापरवाही व भ्रष्टाचार

जमीन पर नहीं दिख रहे बचाव कार्य

एडिट टनल और एस्केप टनलों का निर्माण क्यों नहीं किया गया

 

सिलक्यारा टनल पॉइंट। बीते 8 दिन से सुरंग में फंसे 41 मजदूरों के मसले पर कांग्रेस ने बांहें चढ़ा ली है। निर्माणदायी कम्पनी व सरकार पर हमला बोलते हुए सीबीआई जांच की मांग की है। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने सोमवार को टनल दुर्घटना स्थल का दौरा किया। निरीक्षण के बाद कांग्रेस नेता आर्य ने कहा कि सिलक्यारा टनल हादसा अनुभवहीनता, परियोजना निर्माण में लापरवाही और भ्रष्टाचार के कारण हुआ है । हादसे के बाद फंसे लोगों को निकालने के लिए जिन विकल्पों पर काम किया जा रहा है उन्हें इस परियोजना को शुरू करते समय ही स्थापित किया जाना चाहिए था।

उन्होंने कि यह मामला दर्जनों जानों को संकट में डालने और बड़े स्तर के भ्रष्टाचार का है इसलिए सरकार को हादसे की सीबीआई जांच कर दोषियों के विरुद्ध आपराधिक मुकदमे दर्ज करने चाहिए। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने जिला प्रशासन , तकनीकी विशेषज्ञों , बचाव में लगी संस्थाओं , टनल के अंदर फंसे परिवारों के सदस्यों और स्थानीय लोगों से भेंट कर स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि परियोजना के निर्माण के शुरू करते समय ही एडिट टनल और एस्केप टनलों का निर्माण किया जाना चाहिए था जो नही बनाई गई। इन टनल के द्वारा मलबा या दुर्घटना होने की स्थिति में फंसे लोगों को निकाला जा सकता है ।

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि , दुनिया की कोई भी लंबी टनल बिना एडिट टनल के नही बनती है इसलिए सरकार को साफ करना चाहिए कि 5 किलोमीटर लंबी यह टनल बिना एडिट टनल बने कैसे बन रही थी। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि , इस परियोजना में आपातकाल में फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने के दूसरे विकल्प ह्यूम पाइप को भी कुछ दिन पहले निकाल दिया था ।

एडिट टनल या ह्यूम पाइप के न होने की स्थिति में परियोजना में काम करने वाले मजदूरों को मौत के मुंह में धकेलने का अपराध किया गया है। यशपाल आर्य ने कहा कि , मलबा टनल के शुरुआती 70 मीटर की दूरी पर ही गिरा है लेकिन हादसे के नौ दिन बीतने के बाद अभी तक सब कुछ अनिश्चित है। बचाव कार्य के लिए जिन 6 विकल्पों की बात की जा रही है उनकी प्रगति जमीन पर अभी नहीं के बराबर दिख रही है । नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि , सरकार भले ही कितने बड़े दावे कर ले सिलक्यारा हादसे ने प्रदेश व राष्ट्रीय स्तर पर आपदा प्रबंधन की पोल खोल कर रख दी है।

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि इन सभी कमियों के बाद भी वे बचाव कार्य में लगे कार्मिकों की हिम्मत और मेहनत की सराहना करते हैं और ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि सभी फंसे हुए लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला जाए। नेता प्रतिपक्ष के साथ सिलक्यारा भ्रमण में पूर्व विधायक विजयपाल सजवाण व मनोज रावत , जिला पंचायत अध्यक्ष दीपक बिजल्वाण , अध्यक्ष जिला कांग्रेस कमिटी उत्तरकाशी मनीष राणा ,पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष नत्थी लाल साह , जिला पंचायत सदस्य प्रदीप कैंतुरा व सतेंद्र कुमिया ,सुरेंद्र पाल अध्यक्ष ब्लॉक अध्यक्ष कांग्रेस चिन्यालीसौड़ , विजेंद्र नौटियाल ओबीसी प्रकोष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष व पूर्व अध्यक्ष छात्र संघ देपिंदर कोहली सम्मिलित थे।

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