सेना में भर्ती की केंद्र की महत्वाकांक्षी अग्निवीर योजना को अपनी उपलब्धियों में नहीं गिना रही भाजपा
कांग्रेस ने भाजपा की चुप्पी को बनाया चुनावी मुद्दा
देहरादून। पीएम मोदी के बाद भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी सेना में भर्ती की महत्वाकांक्षी योजना अग्निवीर पर भी कुछ नहीं बोले। दोनों शीर्ष भाजपा नेता उत्तराखंड में चुनावी जनसभाएं कर चुके हैं।
गुरुवार 4 अप्रैल को नड्डा ने उत्तराखंड के पिथौरागढ़ व विकासनगर इलाके में दो चुनावी जनसभा की। इन दोनों जनसभाओं में नड्डा ने केंद्र सरकार की कल्याणकारी योजनाओं को एक एक कर गिनाया। समान नागरिक संहिता पर सीएम धामी की पीठ भी थपथपाई। लेकिन फौजी बहुल उत्तराखंड में बहु प्रचारित अग्निवीर योजना पर मौन रहे।
नड्डा ने मोदी सरकार की 10 साल की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि जब मैं वीरभूमि बोलता हूँ तो दिल को बहुत संतोष भी मिलता है। वन रैंक वन पेंशन का जिक्र भी किया।
अपने संबोधन में नड्डा ने शौचालय,बिजली,जल जीवन मिशन, उज्ज्वला गैस , वाइब्रेंट विलेज,वंदे भारत ट्रेन, ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना, आल वेदर रोड, एक्सप्रेसवे, धामों का विकास समेत अन्य विकास योजनाओं का जिक्र किया और विपक्ष के घोटाले गिना कर भाजपा को जिताने की अपील की।
लेकिन सेना में भर्ती की अग्निवीर योजना का जिक्र तक नहीं किया। गौरतलब है कि इस बहु प्रचारित अग्निवीर योजना के मानकों से सेना में भर्ती की तैयारी में जुटे युवाओं को अपेक्षित सफलता हाथ नहीं लगी।
केदारनाथ से कांग्रेस के विधायक मनोज रावत का कहना है कि भाजपा ने अग्निवीर योजना के जरिए युवाओं की सेना में नौकरी का सपना चकनाचूर कर दिया है। आंकड़े बता रहे हैं कि बहुत कम युवाओं की सेना में भर्ती हुई है। जबकि पूर्व में गढ़वाल राइफल व कुमायूं रेजिमेंट में हजारों युवा सेना में भर्ती होते थे। पहाड़ की आर्थिकी के अहम स्तम्भ को भाजपा ने ढहा दिया है।
उन्होंने कहा कि इससे प्रदेश के युवाओं में गहरी निराशा है। और सेना में भर्ती नहीं होने पर युवा दुखद आत्मघाती कदम भी उठा चुके हैं।
उन्होंने कहा कि केंद्र की सत्ता में आने के बाद कांग्रेस अग्निवीर योजना को समाप्त करेगी।
इस मुद्दे पर भाजपा के प्रत्याशी भी कन्नी काट रहे हैं। इस लोकसभा चुनाव में अपनी ही अग्निवीर योजना का जिक्र न कर भाजपा ने कांग्रेस को हमलावर होने का मौका दे दिया है।