22 किमी पैदल मार्ग पर 28 जगहों पर वॉशआउट हो गया था। साथ ही जंगलचट्टी, भीमबली और रामबाड़ा में पुलियाएं भी तबाह हो गईं थी। इन स्थानों पर अभी कामचलाऊ व्यवस्था के तहत आवाजाही की जा रही है।
अतिवृष्टि से प्रभावित गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग को संवारने के लिए शासन से अलग-अलग मद में 18 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं। इस धनराशि से पैदल मार्ग पर सुरक्षा कार्य किए जाएंगे। साथ ही तीन पुलों का निर्माण भी होगा
केदारनाथ तक पैदल मार्ग जगह-जगह बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया था। 22 किमी पैदल मार्ग पर 28 जगहों पर वॉशआउट हो गया था। साथ ही जंगलचट्टी, भीमबली और रामबाड़ा में पुलियाएं भी तबाह हो गईं थी। इन स्थानों पर अभी कामचलाऊ व्यवस्था के तहत आवाजाही की जा रही है।
वहीं, अब रास्ते को पूरी तरह से दुरुस्त करने के लिए शासन से 18 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं। इस धनराशि से लोक निर्माण विभाग द्वारा सोनप्रयाग में मंदाकिनी नदी के दाई तरफ डेढ़ किमी पैदल बाईपास का निर्माण किया जा रहा है।
वहीं, मुनकटिया में भूस्खलन जोन में सुरक्षा कार्य किए जाएंगे। पैदल मार्ग पर जंगलचट्टी, भीमबली और रामबाड़ा में स्थायी पुलिया का निर्माण किया जाएगा। साथ ही भैरव गदेरा, टीएफ चट्टी, कुबेर गदेरा हिमखंड जोन में त्रिस्तरीय सुरक्षा दीवार का निर्माण कर रास्ते को सुरक्षित किया जाएगा। साथ ही सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे। इसके अलावा, अतिवृष्टि से मार्ग जिन 28 स्थानों पर वॉशआउट हुआ था, वहां पर गेबिन वॉल से रास्ते को मजबूती दी जाएगी।
पैदल मार्ग पर बरसाती पानी की निकासी के लिए नाली का निर्माण किया जाएगा। साथ ही भूस्खलन व भूधंसाव जोन पर सुरक्षा के उपाय किए जाएंगे, जिससे जानमाल का कम से कम नुकसान हो। लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता विनय झिक्वांण ने बताया कि दो मदों में धनराशि स्वीकृत हुई है। यात्रा खत्म होते ही स्थायी सुरक्षा कार्य शुरू कर दिए जाएंगे