छुट्टी पूरी होने के बाद घर से सिक्किम के लिए निकला फौजी सिक्किम नहीं पहुंचा। 14 दिन बाद अचानक वह हल्द्वानी स्थित घर पहुंच गया। घर पहुंचते ही उसकी हालत बिगड़ गई। परिजन उसे अस्पताल ले गए, लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही उसकी मौत हो गई। मौत क्यों हुई, यह तो पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद साफ होगा, लेकिन छुट्टी गुजरने के 14 दिन तक वह कहां था, पुलिस इसकी जांच कर रही है।
देवलचौड़ निवासी उमेश सिंह नगर कोटी (39 वर्ष) मूलरूप से कांडा बागेश्वर के रहने वाले थे। देवलचौड़ में वह पत्नी गीता देवी, मां सरस्वती देवी, बेटी आशु और बेटा के साथ रहते थे। फौजी उमेश की वर्तमान में तैनाती सिलिगुड़ी सिक्किम में थी। उमेश के भाई कुंदन सिंह नगरकोटी ने बताया कि बीती 15 दिन की छुट्टी पूरी कर कर वह बीती छह अक्टूबर को वह हल्द्वानी स्थित घर से सिक्किम के लिए निकले थे, लेकिन वह अपनी यूनिट में पहुंचे ही नहीं पहुंचे।
शनिवार दोपहर करीब दो बजे अचानक वह घर पहुंचे। उनके पास आईकार्ड के अन्य सामान भी नहीं था। वह सिलीगुड़ी तक तो गए, लेकिन अपनी यूनिट में आमद नहीं कराई और वापस घर लौट आए। घर पहुंचने के कुछ ही देर बाद उनकी हालत बिगड़ गई। परिजन उन्हें निजी अस्पताल ले गए, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। परिजन यह नहीं बता सके कि छह अक्टूबर को जब वह ड्यूटी के लिए निकले और 19 अक्टूबर को अचानक घर लौटे तो इस दरम्यान वह कहां थे। मेडिकल चौकी प्रभारी प्रवीण तेवतिया ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद की मौत की सही वजह सामने आएगी। जिसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।