जेल मैन्युअल के अनुसार, जेल विभाग में आईजी का पद आईएएस अफसर का होता है, मगर, 15 दिसंबर 2014 को कुख्यात अमित भूरा के पुलिस अभिरक्षा से फरार होने के बाद इस व्यवस्था को बदल दिया गया था।
कार्यवाहक डीजीपी पद से अवमुक्त होने के बाद एडीजी अभिनव कुमार को जेल विभाग की जिम्मेदारी दी गई है। उन्हें एडीजी जेल बनाया गया है। इसके अलावा दो और आईपीएस अधिकारियों के ट्रांसफर किए गए हैं।
इनमें विमला गुंज्याल को आईजी विजिलेंस बनाया गया, जबकि एसएसपी विजिलेंस रहे धीरेंद्र गुंज्याल को वहां से हटाते हुए बाध्य प्रतीक्षा में रखा गया है। गुंज्याल जनवरी में डीआईजी पद पर पदोन्नत होंगे। बता दें कि जेल मैन्युअल के अनुसार, जेल विभाग में आईजी का पद आईएएस अफसर का होता है, मगर, 15 दिसंबर 2014 को कुख्यात अमित भूरा के पुलिस अभिरक्षा से फरार होने के बाद इस व्यवस्था को बदल दिया गया था
उस वक्त सरकार ने आईजी जेल की जिम्मेदारी आईपीएस अधिकारी को देने का निर्णय लिया और पहली बार आईपीएस पीवीके प्रसाद आईजी जेल रहे। एडीजी पद पर पदोन्नत होने के बाद भी प्रसाद पद पर रहे, लेकिन बाद में यहां आईजी रैंक के अधिकारी को ही तैनात कर दिया गया।
वर्तमान में आईपीएस विमला गुंज्याल आईजी जेल के पद पर थीं। ऐसे में अब एडीजी अभिनव कुमार को यह जिम्मेदारी दी गई है। गौरतलब है कि एडीजी अभिनव कुमार का कार्यवाहक डीजीपी के पद पर कार्यकाल 11 महीने 24 दिन का रहा। उन्हें आईपीएस अशोक कुमार के सेवानिवृत्त होने के बाद यह जिम्मेदारी दी गई थी