उत्तराखंड: आज से बदलेगा मौसम, बरसात और हिमपात से बढ़ेगी ठंड

उत्तराखंड में डेढ़ महीने के लंबे अंतराल के बाद एक बर फिर मौसम बदलने को तैयार है राज्य के टिहरी, देहरादून, पौड़ी, चंपावत, नैनीताल, उधमसिंह नगर तथा हरिद्वार में 8 दिसंबर को येलो अलर्ट जरी किया गया जिसके तहत कहीं-कहीं गरज के साथ आकाशीय बिजली चमकने वर्षा होने की संभावना है

मौसम विभाग का कहना है की 8 और 9 दिसंबर को उत्तराखंड राज्य के 2500 मीटर व उससे अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में कहीं-कहीं वर्षा और बर्फबारी हो सकती है जबकी विशेषकर उत्तराखंड के मैदानी इलाको हरिद्वार, उधम सिंह नगर जिलों में कुछ स्थानों में धुंध व घना कोहरा होने की भी संभावना मौसम विभाग ने जताई है मौसम विभाग का कहना है की इसके अलावा आठ और नौ दिसंबर को राज्य के अधिकअंश जनपदों में बरसात और गरज के साथ छींटे भी पड़ सकते हैं।

कल से मौसम का मिजाज बदलने वाला है। ऊंचाई वाले इलाकों में 8 और 9 दिसंबर को हल्की बारिश के साथ-साथ बर्फबारी होने के का पूर्वानुमान है। बारिश होने से पहाड़ से लेकर मैदान तक तापमान में गिरावट आने की संभावना है। इससे ठिठुरन बढ़ सकती है।

मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार इन दो दिनों में पर्वतीय इलाकों के साथ ही मैदानी जिलों में भी एहतियात बरतने की जरूरत है। 8 और 9 दिसंबर को उत्तराखंड में पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से ढाई हजार मीटर से अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हल्की से मध्यम दर्जे की बर्फबारी हो सकती है।

इसके साथ ही कहीं-कहीं हल्की बारिश होने की भी संभावना है। जिससे तापमान में अच्छी खासी गिरावट आ सकती है। मौसम बिगड़ने का सिलसिला 8 दिसंबर की दोपहर बाद शुरू हो सकता है। हवाओं और तेज गर्जन के साथ प्रदेश के अधिकतर हिस्सों में हल्की बारिश हो सकती है।

जबकि 10 दिसंबर के बाद प्रदेश भर में एक बार फिर मौसम शुष्क हो जाएगा। हालांकि पश्चिमी विक्षोभ के चलते अधिकतम तापमान में 3 से 5 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट आ सकती है। जिसके चलते पहाड़ से लेकर मैदान तक बढ़ सकती है।

देहरादून सहित ज्यादातर जिलों में शुक्रवार को चटक धूप खिलने से अधिकम तापमान सामान्य से अधिक दर्ज किया गया। जबकि न्यूनतम तापमान में कमी आई है। जिसके चलते सुबह और शाम की ठंड में इजाफा हुआ है।

मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक विक्रम सिंह के अनुसार आज प्रदेश में मौसम शुष्क रह सकता है। हालांकि शाम तक ताजा पश्चिमी विक्षोभ उत्तराखंड समेत आसपास के हिमालय क्षेत्र में सक्रिय होने का अनुमान है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here