पांच मेडिकल कॉलेजों व कैंसर संस्थान में रिक्त पदों के सापेक्ष होंगे तैनात
रिक्त पदों को भरने के लिए तेज हुई भर्ती प्रक्रिया
देहरादून। उत्तराखंड चिकित्सा सेवा चयन बोर्ड से चयनित 1314 नर्सिंग अधिकारियों को दो सप्ताह के भीतर नियुक्ति दे दी जायेगी। इन सभी नर्सिंग अधिकारियों को प्रदेश के पांच राजकीय मेडिकल कॉलेजों व राजकीय कैंसर संस्थान हल्द्वानी में रिक्त पदों के सापेक्ष तैनात किया जायेगा। इसके लिये विभागीय अधिकारियों को सभी औचारिकताएं पूर्ण करने के निर्देश दे दिये गये हैं।
चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने बताया कि राज्य के पांच राजकीय मेडिकल कॉलेजों को दो सप्ताह के भीतर नर्सिंग अधिकारी मिल जायेंगे। इसके लिये विभागीय अधिकारियों को नियुक्ति प्रक्रिया की सभी औचारिकताएं पूर्ण करने के निर्देश दे दिये गये हैं। उन्होंने बताया कि राजकीय मेडिकल कॉलेजों में नर्सिंग अधिकारियों के स्वीकृत पद लम्बे समय से रिक्त पड़े हैं, जिनमें राजकीय मेडिकल कॉलेज देहरादून में 323, हल्द्वानी 320, रूद्रपुर 310, अल्मोड़ा 207 और श्रीनगर में 300 पद शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, राजकीय कैंसर संस्थान हल्द्वानी में भी 64 पद स्वीकृत हैं। इन सभी स्वीकृत पदों के सापेक्ष सेवा चयन बोर्ड से चयनित नर्सिंग अधिकारियों को तैनात किया जायेगा।
विभागीय मंत्री ने बताया कि चिकित्सा शिक्षा विभाग ने मरीजों की देखभाल और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए नर्सिंग अधिकारियों की भर्ती का अधियाचन भेजा था। सेवा चयन बोर्ड ने भर्ती प्रक्रिया पूरी कर 1314 नर्सिंग अधिकारियों का अंतिम चयन परिणाम सौंप दिया है। वर्तमान में इनका दो स्तरों पर सत्यापन जारी है, लेकिन सरकार ने शीघ्र तैनाती का निर्णय लिया है। सत्यापन प्रक्रिया बाद में भी जारी रहेगी, और यदि किसी अभ्यर्थी में गड़बड़ी पाई जाती है तो सख्त कार्रवाई होगी।
विभागीय मंत्री डॉ. रावत ने अधिकारियों को दिये शीघ्र नियुक्ति के निर्देश
डॉ. रावत ने कहा कि सरकार की प्राथमिकता मेडिकल कॉलेजों में जल्द से जल्द नर्सिंग अधिकारियों की नियुक्ति देना है ताकि अस्पतालों में मरीजों की देखभाल और स्वास्थ्य सुविधाओं में और अधिक सुधार हो सके। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इस प्रक्रिया को पारदर्शी और सुचारु रूप से पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है ताकि नर्सिंग अधिकारी जल्द से जल्द अपनी सेवाएं दे सकें और मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं मिल सकें।
इसके अलावा, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि नर्सिंग अधिकारियों की तैनाती के बाद अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाओं में व्यापक सुधार देखने को मिलेगा। इससे न केवल मरीजों को उचित देखभाल मिलेगी बल्कि अस्पतालों की कार्यप्रणाली में भी मजबूती आयेगी। विभागीय मंत्री ने अधिकारियों को यह निर्देश दिया है कि चयनित नर्सिंग अधिकारियों की नियुक्ति में किसी प्रकार की लापरवाही न बरती जाए और उन्हें निर्धारित समय के भीतर अपने पदों पर तैनात कर दिया जाए।
चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने कहा कि सरकार राज्य में चिकित्सा सुविधाओं के विस्तार के लिए लगातार प्रयासरत है और भविष्य में भी स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि चिकित्सा शिक्षा विभाग राज्य में स्वास्थ्य सुविधाओं को और मजबूत बनाने के लिए निरंतर कार्य कर रहा है और इस दिशा में सरकार का प्रयास है कि मेडिकल कॉलेजों में स्टाफ की कमी को जल्द से जल्द दूर किया जाए ताकि मरीजों को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
राज्य सरकार का यह निर्णय स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे न केवल राज्य के मेडिकल कॉलेजों की स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार होगा बल्कि यह मरीजों के लिए भी राहतकारी सिद्ध होगा। नर्सिंग अधिकारियों की नियुक्ति से अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाओं का स्तर और भी ऊंचा होगा और मरीजों को बेहतर देखभाल मिलेगी। सरकार इस प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए लगातार निगरानी कर रही है ताकि किसी भी प्रकार की गड़बड़ी या अनियमितता न हो।
इस प्रकार, राज्य सरकार द्वारा उठाए गए इस कदम से न केवल नर्सिंग अधिकारियों को रोजगार मिलेगा, बल्कि मरीजों को भी उच्चस्तरीय स्वास्थ्य सेवाएं प्राप्त होंगी। सरकार की यह पहल चिकित्सा क्षेत्र में मजबूती प्रदान करेगी और भविष्य में स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक उन्नत करने के लिए सरकार की प्राथमिकता बनी रहेगी।