वसंतोत्सव की विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को राज्यपाल ने किया सम्मानित
आईआईटी रुड़की ने पुष्प प्रदर्शनी प्रतियोगिता में सर्वाधिक श्रेणियों में जीत हासिल कर जीती ‘रनिंग ट्रॉफी’
राज्यपाल ने कहा – पुष्प प्रदर्शनी में लोगों की बड़ी भागीदारी ने इस उत्सव को जन-जन का पर्व बनाया
वसंतोत्सव-2025: देहरादून में पुष्पों के रंग और खुशबू के संग संपन्न हुआ भव्य महोत्सव
देहरादून। तीन दिवसीय वसंतोत्सव-2025 का रविवार को भव्य और हर्षोल्लासपूर्ण समापन हुआ। इस उत्सव के दौरान हजारों लोगों ने राजभवन में आयोजित पुष्प प्रदर्शनी का आनंद लिया, जहां रंग-बिरंगे और सुगंधित फूलों की सजीव छटा बिखरी हुई थी। प्रकृति प्रेमियों, पर्यटकों और शहरवासियों ने बड़ी संख्या में इस उत्सव में भाग लिया और पुष्पों के नैसर्गिक सौंदर्य के साथ-साथ संगीत, कला, चित्रकला और रंगोली जैसी विभिन्न प्रतियोगिताओं का भी भरपूर आनंद उठाया।
इस वर्ष की प्रतिष्ठित चल वैजयंती (रनिंग ट्रॉफी) आईआईटी रुड़की को प्रदान की गई, जिसने विभिन्न श्रेणियों में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। वहीं, पिछले वर्ष यह सम्मान ओएनजीसी को प्राप्त हुआ था। इस प्रतिष्ठित ट्रॉफी के लिए कई संस्थानों के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा रही, लेकिन आईआईटी रुड़की ने अपनी शानदार भागीदारी और प्रस्तुति के बल पर इसे अपने नाम किया।
समापन समारोह में राज्यपाल, गणमान्य अतिथि, विभागीय अधिकारी और हजारों दर्शक उपस्थित रहे, जिन्होंने इस उत्सव को एक यादगार और भव्य आयोजन के रूप में अनुभव किया।
विजेताओं को किया गया सम्मानित
वसंतोत्सव में 15 श्रेणियों की 55 उप-श्रेणियों में कुल 165 पुरस्कार वितरित किए गए। इस वर्ष आईआईटी रुड़की ने 10 श्रेणियों में, जबकि उत्तराखंड सैनिक पुनर्वास संस्थान एवं पत्थरचट्टा ने 3 श्रेणियों में पुरस्कार जीते। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से. नि.) ने विजेताओं को सम्मानित किया और बच्चों की चित्रकला, रंगोली तथा फोटो प्रतियोगिता के प्रतिभागियों को भी पुरस्कृत किया।
राज्यपाल ने नवाचार और तकनीकी के उपयोग को सराहा
समापन समारोह में राज्यपाल ने कहा कि तीन दिवसीय इस पुष्प प्रदर्शनी में करीब 2.7 लाख लोगों ने भाग लेकर इसे एक जन-जन का उत्सव बना दिया। उन्होंने इस महोत्सव में तकनीकी और नवाचार के उपयोग की सराहना करते हुए कहा कि इससे उत्सव को अधिक आकर्षक और प्रभावी बनाया गया।
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में शहद, सुगंधित पौधों और फूलों के क्षेत्र में असीम संभावनाएं हैं, जो राज्य की आर्थिक समृद्धि और ग्रामीण विकास में क्रांतिकारी बदलाव ला सकते हैं। राज्यपाल ने इस आयोजन में किसानों, महिलाओं और युवाओं की भागीदारी को विशेष रूप से उल्लेखनीय बताया।
समारोह में गूंजे मधुर संगीत के सुर
समापन समारोह में आईएमए, आईटीबीपी और होमगार्ड्स के पाइप बैंड की मधुर धुनों ने पूरे वातावरण को संगीतमय बना दिया और उत्सव को और भी रंगीन कर दिया। जैसे ही बैंड की धुनें गूंजने लगीं, दर्शकों ने तालियों की गड़गड़ाहट से अपनी खुशी जाहिर की। इन धुनों ने न केवल समापन समारोह को विशेष बना दिया, बल्कि इसने उपस्थित लोगों को संगीत के माध्यम से एक नई ऊर्जा और उल्लास का अनुभव भी कराया।
दर्शकों ने पूरे कार्यक्रम के दौरान बैंड के प्रदर्शन का भरपूर आनंद लिया और उसकी सराहना की। इस संगीतमय माहौल ने वसंतोत्सव के समापन को यादगार बना दिया, जहां हर कोई सुरों की मिठास में खो गया।
भविष्य में और भव्य होगा वसंतोत्सव
कृषि एवं कृषक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि राज्यपाल की प्रेरणा से यह वसंतोत्सव हर वर्ष और भव्य रूप ले रहा है और भविष्य में इसे और अधिक आकर्षक बनाया जाएगा। इस अवसर पर उन्होंने विभागीय योजनाओं की जानकारी भी साझा की।
समापन समारोह में राज्यपाल की धर्मपत्नी श्रीमती गुरमीत कौर, मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी श्रीमती गीता धामी, सचिव श्री रविनाथ रामन, कृषि सचिव एस. एन. पांडे, निदेशक उद्यान दीप्ति सिंह सहित अनेक गणमान्य अतिथि और भारी संख्या में दर्शक उपस्थित थे।
वसंतोत्सव-2025 ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि यह सिर्फ एक प्रदर्शनी नहीं, बल्कि प्रकृति, संस्कृति और समाज का संगम है, जो हर वर्ष और भी सुंदर और भव्य रूप में लौटता रहेगा।