कुमाऊं की खड़ी होली: परंपरा, उमंग और उत्साह का संगम
मसकबीन की धुन एवं ढोल-दमाऊं की थाप के बीच होलियारों ने खूब रंग जमाया
देहरादून। कुमाऊं मण्डल के गांव-गांव में खड़ी होली की धूम मची हुई है। यह पर्व कुमाऊं की समृद्ध सांस्कृतिक परंपरा का प्रतीक है, जिसमें लोग पारंपरिक वेशभूषा धारण कर, समूहों में एकत्रित होकर गीत-संगीत और नृत्य के माध्यम से होली का उत्सव मनाते हैं। देहरादून में भी कूर्मांचल समाज के लोगों ने बड़े हर्षोल्लास के साथ होली मिलन समारोह आयोजित किए। विभिन्न स्थानों पर आयोजित इन कार्यक्रमों में समाज के हर वर्ग के लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और कुमाऊं की संस्कृति की अनुपम छटा बिखेरी।
‘हमारी पहचान रंगमंच संस्था’ के कलाकारों ने कुमाऊं की प्रसिद्ध खड़ी होली से धमाल मचाया। ढोल-दमाऊं की थाप और मसकबीन की मधुर धुन पर होलियारों ने जमकर नृत्य किया और अपनी विशिष्ट गायन शैली से समां बांध दिया। होली के इस रंगारंग आयोजन में उपस्थित जन समुदाय ने कलाकारों का पुष्पवर्षा कर भव्य स्वागत किया। इस अवसर पर समस्त होलियार पारंपरिक वेशभूषा में सुसज्जित थे, जिससे पूरा वातावरण एक सांस्कृतिक तीर्थ स्थल के रूप में परिवर्तित हो गया।
खड़ी होली का यह विशेष आयोजन केवल मनोरंजन तक सीमित नहीं रहा, बल्कि इसने संस्कृति और परंपरा को जीवंत करने का कार्य भी किया। ‘कुमाऊं की प्रसिद्ध खड़ी होली’ गाकर मंझे हुए कलाकारों ने ऐसा समां बांधा कि हर कोई झूमने को मजबूर हो गया। उपस्थित लोगों ने इस अद्भुत सांस्कृतिक अनुभव का हृदय से आनंद लिया और कुमाऊं की सांस्कृतिक धरोहर को निकट से महसूस किया। इस भव्य कार्यक्रम में सभी धर्मों और वर्गों के लोगों ने पूरे परिवार के साथ भाग लिया और इस विरासत का हिस्सा बने।
इस विशेष आयोजन में कलाकारों में बबीता शाह लोहनी, मनमोहन सिंह, पाठक जी, रेबा चौहान समेत अन्य कलाकारों की प्रस्तुतियों ने होली के रंग में और अधिक रंग घोल दिए। उनकी शानदार प्रस्तुतियों से एक ऐसा वातावरण निर्मित हुआ कि मानो देहरादून का यह क्षेत्र कुछ समय के लिए कुमाऊं मण्डल के किसी पारंपरिक गांव में तब्दील हो गया हो।
होली मिलन समारोह में कूर्मांचल सांस्कृतिक परिषद के अध्यक्ष कमल रजवार, उत्तम अधिकारी, श्रीमान गंभीर सिंह रावत, योगेश पांडेय, सरोज पोखरियाल, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ स्वयंसेवक देवीदयाल, पंवार, सुभाष गुप्ता, कालूराम, सुभाष कुमार, विनोद, क्रांति समेत धर्मपुर, दशमेशपुरी कालोनी, नेहरू विहार कालोनी, प्रीत विहार कालोनी, अशोका इनक्लेव, ब्राह्मणवाला, ब्रह्मपुरी, बड़ूवाला से पहुंचे गणमान्य जनों की गरिमामयी उपस्थिति से इस भव्य आयोजन में चार चांद लग गए।
श्री हनुमान चालीसा कीर्तन से भक्तिमय हुआ वातावरण
कार्यक्रम का शुभारंभ श्री हनुमान चालीसा के सामूहिक पाठ एवं कीर्तन से हुआ, जिससे पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया। प्रभु स्मरण एवं भजन-कीर्तन के पश्चात होली उत्सव का शुभारंभ हुआ। इस विशेष हनुमान चालीसा कीर्तन का आयोजन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की धर्म जागरण गतिविधि के अंतर्गत किया गया।
श्री हनुमान चालीसा कीर्तन में धर्म जागरण प्रमुख गुरु राम राय नगर अनुज, धर्म जागरण प्रमुख महानगर दक्षिण अनिल केशव, योगेन्द्र, भुवन उपाध्याय, सूर्यकांत समेत तमाम श्रद्धालुओं की गरिमामयी उपस्थिति रही।
इस पावन अवसर पर श्रद्धालुओं ने भक्ति भाव से भजनों का रसास्वादन किया और प्रभु श्रीराम एवं श्री हनुमान जी की कृपा प्राप्ति हेतु प्रार्थना की। यह आयोजन न केवल होली का उत्सव मनाने का एक माध्यम बना, बल्कि आध्यात्मिक ऊर्जा से भी परिपूर्ण रहा।
इस कार्यक्रम का समापन गुलाल, फूलों की होली और सामूहिक प्रार्थना के साथ हुआ। उपस्थित लोगों ने एक-दूसरे को रंग-अबीर लगाकर होली की शुभकामनाएं दीं और इस यादगार आयोजन की सराहना की। यह आयोजन न केवल कुमाऊं की सांस्कृतिक धरोहर को सहेजने का एक प्रयास था, बल्कि समाज के विभिन्न वर्गों को एक मंच पर लाने का भी एक सुंदर उदाहरण प्रस्तुत करता है।