केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के अद्भुत क्षण के हजारों श्रद्धालु बने साक्षी, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी रहे उपस्थित
केदारनाथ धाम में एक बार फिर श्रद्धा और आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा जब भगवान केदारनाथ के कपाट शुक्रवार को विधि-विधान के साथ प्रात:काल वृष लग्न में खोले गए। यह पावन अवसर सुबह 7 बजे का था, जब समूची केदारघाटी “हर–हर महादेव” के जयकारों से गूंज उठी। हजारों की संख्या में उपस्थित श्रद्धालुओं की आंखों में आस्था के साथ-साथ इस पल को देखने की वर्षों से संजोई प्रतीक्षा साफ झलक रही थी। बाबा केदार के कपाट खुलने के उस पवित्र क्षण को देखने के लिए देश के कोने-कोने से श्रद्धालु पहुंचे और इस ऐतिहासिक पल के साक्षी बने।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी इस अद्भुत क्षण के गवाह बने। उन्होंने कपाट खुलने से कुछ ही देर पहले केदारनाथ धाम पहुंचकर भगवान केदारनाथ के दर्शन किए और प्रदेशवासियों की खुशहाली के लिए प्रार्थना की। मुख्यमंत्री ने इस अवसर को अपने जीवन का सौभाग्यपूर्ण क्षण बताते हुए कहा कि यह उनके लिए अत्यंत पुण्य का अवसर है कि वह इस आध्यात्मिक और ऐतिहासिक पल के साक्षी बने।
श्रद्धा से भीगे मन से भक्तों ने बाबा भोलेनाथ का वंदन किया। सैकड़ों श्रद्धालुओं ने समर्पण भाव से अपना मस्तक झुकाया और केदारनाथ ज्योतिर्लिंग के दर्शन कर अपने जीवन को धन्य किया। इस विशेष अवसर पर मंदिर को 108 क्विंटल फूल-मालाओं से सजाया गया था, जो इसे अत्यंत दिव्य एवं भव्य स्वरूप प्रदान कर रहे थे। मंदिर के गर्भगृह से लेकर प्रांगण तक हर कोना आभा से दमक रहा था।
कपाट खुलते ही मंदिर परिसर और आसपास का क्षेत्र श्रद्धा और उल्लास से भर गया। शासन और प्रशासन की ओर से पुख्ता इंतजाम किए गए थे। पुलिस और सुरक्षा बल पूरी तरह से मुस्तैद रहे ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो। इस वर्ष कपाटोद्घाटन पर पहली पूजा देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नाम से संपन्न की गई, जो अपने आप में एक विशेष महत्व रखता है।
श्रीबदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल ने जानकारी दी कि कपाट खुलने के साथ ही दर्शन के लिए टोकन व्यवस्था लागू कर दी गई है, ताकि श्रद्धालुओं को व्यवस्थित रूप से दर्शन का अवसर मिल सके। उन्होंने यह भी बताया कि इस वर्ष केदारनाथ में 15,000 से अधिक श्रद्धालुओं के रात्रि प्रवास की व्यवस्था की गई है, जिससे यात्रा में किसी को असुविधा न हो।
श्री केदारनाथ धाम अब पूरी तरह से सज-संवर कर अपने संपूर्ण वैभव के साथ भक्तों के स्वागत को तैयार है। शुभ मुहूर्त में हुए इस कपाटोद्घाटन ने एक बार फिर यह सिद्ध कर दिया कि आस्था की डोर कभी कमजोर नहीं पड़ती। जैसे ही कपाट खुले, वातावरण भक्ति और आनंद से सराबोर हो गया। यह क्षण सभी उपस्थित श्रद्धालुओं के लिए अविस्मरणीय बन गया।
“मेरे लिए यह अत्यंत सौभाग्य का क्षण है कि मैं भी कपाटोद्घाटन के दौरान श्री केदारनाथ धाम में उपस्थित हूं। बाबा केदार से मेरी प्रार्थना है कि वह देश और प्रदेश को सुख, शांति और समृद्धि प्रदान करें।”- मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी