श्रद्धालुओं की उमड़ी आस्था: 12 दिनों में 5.5 लाख दर्शन, चारधाम पंजीकरण 27 लाख के पार

चारधाम
चारधाम यात्रा में आस्था का सैलाब, 12 दिन में रिकॉर्ड तोड़ 5.5 लाख श्रद्धालुओं ने किए दर्शन

चारधाम यात्रा इस वर्ष विशेष उत्साह और श्रद्धा के साथ चल रही है। यात्रा प्रारंभ होने के केवल 12 दिनों के भीतर ही साढ़े पांच लाख से अधिक श्रद्धालु चारों धामों के दर्शन कर चुके हैं, जो कि एक उल्लेखनीय संख्या है। विशेष रूप से केदारनाथ धाम में श्रद्धालुओं की अत्यधिक भीड़ देखने को मिल रही है। यहां प्रतिदिन लगभग 19 से 20 हजार श्रद्धालु भगवान केदारनाथ के दर्शन हेतु पहुंच रहे हैं। यात्रा के प्रति लोगों की आस्था और उत्साह का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि अब तक यात्रा हेतु पंजीकरण का आंकड़ा 27 लाख से अधिक हो चुका है।

हालांकि इस दौरान मौसम की अनिश्चितता और चुनौतियां भी सामने आई हैं, लेकिन इसके बावजूद श्रद्धालुओं की आस्था में कोई कमी नहीं आई है। केदारनाथ, बदरीनाथ, यमुनोत्री और गंगोत्री—इन चारों पवित्र धामों में दर्शन के लिए निरंतर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखी जा रही है। उत्तराखंड पर्यटन विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, 30 अप्रैल से 11 मई के बीच कुल 5.50 लाख से अधिक श्रद्धालु चारों धामों में दर्शन कर चुके हैं।

इन आंकड़ों को यदि विस्तार से देखें तो, केदारनाथ धाम में अब तक कुल 2.27 लाख श्रद्धालुओं ने पावन दर्शन किए हैं। वहीं, बदरीनाथ धाम में श्रद्धालुओं की संख्या 1.17 लाख तक पहुंच चुकी है। गंगोत्री धाम में 94,251 श्रद्धालु पहुंचे हैं, जबकि यमुनोत्री धाम में अब तक 1.13 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने माता यमुना के दर्शन किए हैं। इन आँकड़ों से यह स्पष्ट होता है कि इस बार की चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं का उत्साह चरम पर है और हर दिन बड़ी संख्या में लोग ईश्वर के दर्शनों के लिए पहाड़ों की कठिन राहों को पार कर रहे हैं।

चारधाम यात्रा का यह धार्मिक, सांस्कृतिक और पर्यटन की दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण आयोजन प्रतिवर्ष लाखों श्रद्धालुओं को उत्तराखंड की पावन भूमि की ओर आकर्षित करता है। इस बार भी यात्रा में भाग लेने वाले श्रद्धालु कठिन मौसम और भौगोलिक परिस्थितियों के बावजूद अद्वितीय श्रद्धा और निष्ठा के साथ यात्रा कर रहे हैं, जो कि भारतीय संस्कृति में आस्था की गहराई को दर्शाता है।

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