विजिलेंस ने पेशकार को ₹10 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों किया गिरफ्तार

पेशकार
पेशकार काम के एवज में मांग रहा था ₹25 हजार

रुड़की भ्रष्टाचार के खिलाफ जारी मुहिम के तहत एक बड़ी कार्रवाई करते हुए सतर्कता अधिष्ठान (विजिलेंस) की ट्रैप टीम ने अपर तहसीलदार कार्यालय में तैनात पेशकार रोहित को ₹10 हजार की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया है। यह कार्रवाई सतर्कता विभाग द्वारा टोल फ्री नंबर 1064 पर प्राप्त शिकायत के आधार पर की गई। शिकायतकर्ता ने सरकारी प्रक्रिया में अनावश्यक अड़चन डालने और अवैध रूप से पैसे की मांग करने की जानकारी विभाग को दी थी, जिसके बाद विभाग ने योजना बनाकर यह कार्रवाई अंजाम दी।

मामले की पूरी पृष्ठभूमि पर नज़र डालें तो, शिकायतकर्ता की बहन की कृषि भूमि से जुड़ा एक विवाद तहसीलदार न्यायालय में विचाराधीन था। इस मामले में 24 मार्च 2025 को तहसील न्यायालय द्वारा एकपक्षीय आदेश पारित किया गया था। उक्त आदेश से असंतुष्ट होकर शिकायतकर्ता द्वारा पुनः सुनवाई की मांग करते हुए 21 अप्रैल को एक रेस्टोरेशन प्रार्थना पत्र दाखिल किया गया था। इस प्रार्थना पत्र पर सुनवाई अथवा आदेश जारी कराने की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के एवज में तहसील कार्यालय में तैनात पेशकार रोहित ने ₹25,000 की रिश्वत की मांग की थी।

शिकायतकर्ता ने इस अवैध मांग के खिलाफ आवाज उठाते हुए किसी प्रकार की रिश्वत नहीं दी, बल्कि इसकी सूचना तत्काल सतर्कता विभाग को दे दी। विभाग ने मामले की गंभीरता को समझते हुए पूरी योजना बनाई और स्वतंत्र गवाहों की उपस्थिति में सोमवार को ट्रैप की कार्रवाई की गई। योजना के अनुसार, रोहित को ₹10 हजार की रिश्वत लेते ही रंगे हाथों धर दबोचा गया।

गिरफ्तारी के बाद विजिलेंस टीम ने रोहित के आवास की भी तलाशी ली। साथ ही उसकी चल-अचल संपत्तियों की जांच की जा रही है कि कहीं उसने अपने पद का दुरुपयोग कर अवैध रूप से संपत्ति तो नहीं अर्जित की है। विजिलेंस विभाग का कहना है कि यदि कोई सरकारी कर्मचारी अपनी पदस्थ शक्ति का गलत उपयोग कर रिश्वत मांगता है या अपनी आय से अधिक संपत्ति अर्जित करता है, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

इस सफल ट्रैप कार्रवाई के बाद सतर्कता निदेशक डॉ. वी. मुरूगेसन ने टीम की सराहना करते हुए उसे नकद पुरस्कार देने की घोषणा की है। उन्होंने यह भी कहा कि भ्रष्टाचार मुक्त शासन व्यवस्था की स्थापना के लिए आम नागरिकों की भागीदारी आवश्यक है।

सतर्कता विभाग ने जनता से अपील की है कि यदि किसी भी सरकारी विभाग में कोई कर्मचारी पदीय कार्यों के बदले रिश्वत की मांग करता है या भ्रष्ट आचरण में संलिप्त पाया जाता है, तो इसकी सूचना तत्काल विभाग को टोल फ्री नंबर 1064 या व्हाट्सएप नंबर 9456592300 पर दें। आपकी पहचान गोपनीय रखी जाएगी और कार्रवाई पूरी पारदर्शिता के साथ की जाएगी।

यह कार्रवाई एक संदेश है कि भ्रष्टाचार के विरुद्ध जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई गई है और किसी भी स्तर पर लिप्त अधिकारी-कर्मचारी बख्शे नहीं जाएंगे।

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