आईपीएस अधिकारी रचिता के इस्तीफे से हलचल
प्राइवेट सेक्टर में नई पारी शुरू करने की अटकलें, सरकार से स्वीकृति बाकी
निजी कारणों से पद छोड़ने का फैसला
देहरादून। उत्तराखंड कैडर की 2015 बैच की तेजतर्रार आईपीएस अधिकारी रचिता जुयाल ने शुक्रवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने अपना इस्तीफा राज्य के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) को सौंपा, जिसके बाद अब यह राज्य सरकार के विवेक पर निर्भर करेगा कि इस इस्तीफे को मंजूरी दी जाए या नहीं। सरकारी प्रक्रिया के अनुसार, इस्तीफे की स्वीकृति के बाद ही वह औपचारिक रूप से सेवा से मुक्त मानी जाएंगी।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, रचिता जुयाल अब प्राइवेट सेक्टर में करियर की एक नई पारी शुरू करने की तैयारी में हैं। ऐसा माना जा रहा है कि उन्होंने अपने करियर को एक नया मोड़ देने का निर्णय लिया है और इसी उद्देश्य से उन्होंने सरकारी सेवा को अलविदा कहा है। हालांकि इस बारे में अधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन उनके इस कदम ने उत्तराखंड के प्रशासनिक गलियारों में चर्चा का बाजार गर्म कर दिया है। कई लोग इस फैसले को चौंकाने वाला बता रहे हैं, क्योंकि रचिता जुयाल को एक निडर और कर्तव्यनिष्ठ अधिकारी के रूप में जाना जाता था।
हालांकि उनके इस्तीफे के पीछे निजी कारणों का हवाला दिया गया है, लेकिन प्रशासनिक हलकों में यह चर्चा भी जोरों पर है कि इसके पीछे कुछ विभागीय कारण या आंतरिक दबाव भी हो सकते हैं। कुछ जानकारों का मानना है कि हाल के समय में कुछ घटनाएं और विभागीय तनाव उनके इस फैसले का कारण बन सकती हैं। हालांकि, इस पर कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है।
आईपीएस अधिकारी रचिता जुयाल वर्तमान में देहरादून में विजिलेंस विभाग में तैनात थीं। उन्होंने हाल ही में एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए आईएसबीटी चौकी प्रभारी को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़कर पूरे पुलिस महकमे में सनसनी मचा दी थी। उनकी इस कार्रवाई को काफी सराहा गया था और यह माना जा रहा था कि वह भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी सख्त छवि को और मजबूत कर रही हैं। ऐसे में उनका अचानक इस्तीफा देना सभी के लिए चौंकाने वाला है।
फिल्म निर्देशक से शादी, कोरोना काल में हुई थी मुलाकात
सामाजिक और व्यक्तिगत जीवन की बात करें तो रचिता जुयाल ने पिछले वर्ष फिल्म निर्देशक यशस्वी से विवाह किया था। यशस्वी प्रसिद्ध कलाकार और डांसर राघव जुयाल के भाई हैं। रचिता और यशस्वी की पहली मुलाकात कोरोना महामारी की दूसरी लहर के दौरान हुई थी, जब देश भर में लॉकडाउन और अनिश्चितता का माहौल था। इस कठिन समय में दोनों के बीच संपर्क बना और यह संबंध धीरे-धीरे घनिष्ठता में बदलता गया। कुछ ही समय में दोनों ने अपने रिश्ते को वैवाहिक बंधन में बदलने का फैसला कर लिया।
शादी के बाद रचिता ने कुछ समय तक अपनी सेवाएं जारी रखीं और अपने कर्तव्यों को पूरी निष्ठा से निभाया। हालांकि, अब उन्होंने निजी कारणों का हवाला देते हुए अपने पद से इस्तीफा देने का निर्णय लिया है। उनके इस कदम को लेकर कयास लगाए जा रहे हैं कि वे पारिवारिक जीवन को प्राथमिकता देना चाहती हैं या फिर निजी क्षेत्र में बेहतर अवसरों को अपनाने के इच्छुक हैं।
फिलहाल राज्य सरकार की ओर से उनके इस्तीफे पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है और अभी यह स्पष्ट नहीं है कि सरकार इसे मंजूरी कब तक देगी। लेकिन इतना जरूर है कि रचिता जुयाल के इस फैसले ने उत्तराखंड पुलिस और प्रशासनिक तंत्र में एक हलचल जरूर पैदा कर दी है। उनके समर्थक और सहयोगी इस बात को लेकर उत्सुक हैं कि वे अब आगे किस दिशा में कदम बढ़ाएंगी और उनका अगला पड़ाव क्या होगा।
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