भारी बारिश से सात घंटे बंद रहा बदरीनाथ हाईवे, 3000 श्रद्धालु फंसे रहे, वाहनों में गुजारना पड़ा समय

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सात घंटे तक बंद रहा बदरीनाथ हाइवे, 3000 श्रद्धालु फंसे रहे; लोगों को वाहनों में गुजारना पड़ा समय

चमोली जिले में लगातार हो रही बारिश के चलते हालात बिगड़ गए हैं। बदरीनाथ हाईवे पर्थाडीप, क्षेत्रपाल और भनेरपाणी में करीब सात घंटे तक बंद रहा। ऐसे में यहां करीब 3000 श्रद्धालु फंसे रहे। बारिश के कारण हुए भूस्खलन से हाईवे पर आवाजाही पूरी तरह ठप हो गई थी। इस दौरान फंसे यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा और उन्हें मजबूरी में अपने वाहनों में ही घंटों तक इंतजार करना पड़ा।

चमोली जिले में शुक्रवार रात हुई मूसलधार बारिश के दौरान भूस्खलन से बदरीनाथ हाईवे समेत अन्य संपर्क मार्ग शनिवार को घंटों बंद रहे। बदरीनाथ हाईवे पर्थाडीप, क्षेत्रपाल और भनेरपाणी में कई जगहों पर मलबा और पत्थर आ गिरने से आवाजाही पूरी तरह रुक गई। ऐसे में यहां करीब 3000 श्रद्धालु फंसे रहे। यात्रा पर निकले लोग हाईवे खुलने की आस में अपने वाहनों में ही रात और सुबह काटते रहे। वहीं चमोली-मंडल-कुंड हाईवे भी 12 घंटे बाद ही सुचारु हो पाया।

नंदप्रयाग-नंदानगर मार्ग सेरा और थिरपाक में दिनभर बंद रहा। बदरीनाथ हाईवे नंदप्रयाग के समीप पर्थाडीप, क्षेत्रपाल और भनेरपाणी में बंद हो गया, जिससे इन जगहों पर बदरीनाथ धाम और हेमकुंड साहिब की तीर्थयात्रा पर जा रहे श्रद्धालुओं के वाहनों के पहिए थम गए। एनएचआईडीसीएल ने सुबह छह बजे से हाईवे को खोलने का कार्य शुरू कर दिया था। क्षेत्रपाल और पर्थाडीप में सुबह 10 बजे तक हाईवे सुचारु कर दिया गया। हालांकि, भनेरपाणी में पहाड़ी से लगातार मलबा गिरने के कारण बार-बार हाईवे बाधित हो रहा है। इससे हाईवे को पूरी तरह से खोलने में दिक्कतें आ रही हैं।

शनिवार को तड़के करीब पांच बजे यहां हाईवे पर अचानक टनों मलबा आ गया, जिससे सड़क के दोनों ओर यात्रा वाहनों की लंबी कतार लग गई। यहां करीब 3000 श्रद्धालु फंसे रहे। एनएच की ओर से जेसीबी मशीनों की मदद से हाईवे से मलबा हटाने का कार्य शुरू किया गया। कड़ी मशक्कत के बाद दोपहर करीब 12 बजे हाईवे को सुचारु किया जा सका, जिसके बाद फंसे श्रद्धालुओं ने राहत की सांस ली। वहीं, चमोली के डीएम संदीप तिवारी ने कहा कि सड़कों को त्वरित खोलने के लिए पर्याप्त संख्या में जेसीबी मशीनें तैनात की गई हैं और कार्यदायी संस्थाओं को अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि आपातकालीन परिस्थितियों में तेजी से कार्रवाई की जा सके।

पर्थाडीप में दलदल में फंस रहे वाहन
बदरीनाथ हाईवे पर पर्थाडीप में पहाड़ी से आए मलबे के चलते सड़क की हालत काफी खराब हो गई है। यहां मलबा जमकर दलदल का रूप ले चुका है। जैसे ही हाईवे को खोला गया और वाहनों की आवाजाही शुरू हुई, वहां वाहन लगातार दलदल में फंसने लगे। शनिवार को एक कार दलदल में इस कदर धंस गई कि उसे निकालना संभव नहीं लग रहा था। ऐसे में जेसीबी मशीन से रस्सी बांधकर कार को सुरक्षित बाहर निकाला गया। यात्रियों और ड्राइवरों को इस दौरान खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।

प्रशासन ने श्रद्धालुओं को बांटा पानी और बिस्कुट
चमोली-मंडल-कुंड हाईवे बैरागना और गड़सेरा के पास भूस्खलन के चलते बंद होने से सड़क के दोनों ओर से श्रद्धालु और स्थानीय लोग फंसकर रह गए। घंटों फंसे लोगों के बीच प्रशासनिक टीम ने राहत कार्य शुरू किए। चमोली तहसील प्रशासन की टीम ने मौके पर पहुंचकर फंसे यात्रियों और स्थानीय लोगों को पानी की बोतलें और बिस्कुट के पैकेट वितरित किए, जिससे लोगों को थोड़ी राहत मिल सकी।

बारिश से गदेरे हुए रिचार्ज, प्राकृतिक स्रोत भी फूटे
चमोली जनपद में हो रही भारी बारिश से कई गदेरे भी रिचार्ज हो गए हैं। लंबे समय से सूखे पड़े प्राकृतिक जलस्रोतों में भी फिर से पानी आना शुरू हो गया है। दशोली ब्लॉक की निजमुला घाटी में कई पुराने स्रोत फिर से सक्रिय हो गए हैं। मंडल घाटी और गोपेश्वर-पोखरी मोटर मार्ग पर भी कई बरसाती गदेरे उफान पर हैं, जिससे जगह-जगह पानी का बहाव तेज हो गया है। अमृत गंगा, बालखिला और नंदाकिनी नदियों का जलस्तर भी बढ़ गया है, जिससे निचले इलाकों में अलर्ट जारी किया गया है।

प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि भारी बारिश और भूस्खलन की संभावनाओं को देखते हुए अनावश्यक यात्रा से बचें और हाईवे या पहाड़ी मार्गों पर यात्रा करने से पहले प्रशासन और स्थानीय अधिकारियों से अपडेट लेकर ही यात्रा करें।

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