यमुनोत्री हाईवे पर ओजरी में शनिवार से बेली ब्रिज का निर्माण कार्य शुरू होगा, छह दिन से बंद है मार्ग
उत्तरकाशी के ओजरी में यमुनोत्री हाईवे पर शनिवार से बेली ब्रिज का निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा। यह कदम उस हिस्से को बहाल करने के लिए उठाया जा रहा है, जहां पिछले छह दिनों से भारी बारिश के कारण सड़क का लगभग 15 मीटर लंबा हिस्सा बह गया था और मार्ग पूरी तरह से अवरुद्ध हो गया था। इससे यमुनोत्री हाईवे पर यातायात ठप हो गया था, जिससे स्थानीय निवासियों और तीर्थयात्रियों को गंभीर परेशानी का सामना करना पड़ा।
ऋषिकेश से बेली ब्रिज निर्माण के लिए आवश्यक सामग्री लेकर कई ट्रक ओजरी पहुंच चुके हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग (एनएच) के अधिकारियों ने बताया कि यहां 24 मीटर स्पान के बेली ब्रिज का निर्माण किया जाएगा, जो मार्ग को स्थायी रूप से जोड़ने का काम करेगा। निर्माण कार्य के लिए विशेषज्ञ श्रमिकों को भी बुलाया गया है, जो जल्द से जल्द इस परियोजना को पूरा करने में जुटेंगे।
वहीं, सिलाई बैंड क्षेत्र में बादल फटने के कारण लापता हुए मजदूरों की तलाश अभी भी जारी है। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, आइटीबीपी और स्थानीय प्रशासन की संयुक्त टीमें उनकी खोजबीन में जुटी हुई हैं। प्रशासन ने आम लोगों से भी सहयोग की अपील की है ताकि राहत एवं बचाव कार्य प्रभावी ढंग से जारी रह सके।
बेली ब्रिज के निर्माण के बाद यमुनोत्री हाईवे पर यातायात बहाल हो सकेगा, जिससे श्रद्धालुओं, पर्यटकों और स्थानीय लोगों को राहत मिलेगी। यह मार्ग धार्मिक स्थलों के लिए प्रमुख संपर्क मार्ग है, इसलिए इसकी पुनः बहाली से क्षेत्र में पर्यटन और स्थानीय कारोबार को भी सकारात्मक असर पड़ेगा।
बीते छह दिनों से ओजरी में बह चुकी सड़क के कारण अवरुद्ध यमुनोत्री हाईवे पर बेली ब्रिज निर्माण की तैयारियां तेजी से आगे बढ़ रही हैं। शुक्रवार को ऋषिकेश से बेली ब्रिज की सामग्री लेकर छह ट्रक ओजरी तक पहुंचाए गए हैं।
राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग (एनएच) के अधिकारियों के अनुसार, शनिवार से ओजरी में लगभग 24 मीटर स्पान वाले बेली ब्रिज का निर्माण कार्य आरंभ कर दिया जाएगा। इसके लिए बेली ब्रिज स्थापित करने वाले अनुभवी श्रमिकों को बुला लिया गया है। वहीं, पिछले बुधवार की रात हुई मूसलधार बारिश के कारण ओजरी से लगभग 14 किलोमीटर आगे बनास में सड़क धंस गई थी, जिसके चलते यमुनोत्री हाईवे बंद हो गया था। यहां नई कटिंग के माध्यम से सड़क को पुनः बहाल कर दिया गया है।
यह भी ध्यान देने योग्य है कि 28 जून की रात्रि को सिलाई बैंड के पास बादल फटने और तेज बारिश के कारण यमुनोत्री हाईवे के पालीगाड़ से लेकर ओजरी तक के मार्ग में कई जगह सड़क बहने और भूस्खलन होने से यह मार्ग पूरी तरह बंद हो गया था।
एनएच विभाग ने अन्य प्रभावित स्थलों पर नई कटिंग कर यातायात बहाल कर दिया था, लेकिन ओजरी में ओजरी गदेरे के उफान से लगभग 15 मीटर से अधिक सड़क बह जाने के कारण हाईवे पुनः खुल नहीं पाया। अधिकारियों ने गदेरे के पानी को डायवर्ट करने की योजना बनाई थी, लेकिन लगातार हो रही रात की भारी बारिश के कारण यह प्रयास सफल नहीं हो पाया। इसलिए अब हाईवे को स्थायी रूप से खोलने के लिए बेली ब्रिज का निर्माण ही एकमात्र विकल्प बचा है।
बनास में धंसी सड़क की मरम्मत के लिए पोकलैंड मशीन भी भेजी गई थी, जो संभवत: नई कटिंग कर यातायात बहाल कर चुकी है। वहीं, जिलाधिकारी प्रशांत कुमार आर्य ने राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे ओजरी में जल्द से जल्द यातायात बहाल करने के प्रयास करें। उन्होंने यह भी कहा है कि जब तक हाईवे पूरी तरह से खुल नहीं जाता, तब तक यात्रियों और स्थानीय लोगों के लिए पैदल आवागमन की सुविधाएं सुनिश्चित की जाएं।
जिलाधिकारी ने आम जनता से भी सहयोग की अपील की है। उन्होंने कहा कि सिलाई बैंड के पास क्षतिग्रस्त सड़क को आंशिक रूप से यातायात के लिए खोल दिया गया है, जिससे क्षेत्र में आवागमन कुछ हद तक बहाल हो पाया है। उन्होंने जनता से आग्रह किया है कि वे आपदा प्रबंधन और सड़क मरम्मत कार्यों में प्रशासन का पूरा सहयोग दें, ताकि मार्ग को जल्द से जल्द पूरी तरह खोला जा सके।
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