कुलपति विवाद ने बढ़ाया गुरुकुल विश्वविद्यालय का तनाव, आमने-सामने आए दो गुट

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कुलपति नियुक्ति को लेकर गुरुकुल विश्वविद्यालय में बवाल, दो गुट आमने-सामने, विश्वविद्यालय में भारी पुलिस तैनाती

हरिद्वार। गुरुकुल कांगड़ी सम विश्वविद्यालय में कुलपति की नियुक्ति को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। सोमवार को विश्वविद्यालय परिसर उस समय तनाव का केंद्र बन गया, जब प्रभात सेंगर को कुलपति नियुक्त किए जाने के खिलाफ कर्मचारी वर्ग ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। हालात इतने बिगड़ गए कि दो गुट आमने-सामने आ गए और विश्वविद्यालय में भारी पुलिस बल तैनात करना पड़ा।

कर्मचारियों का आरोप – मनमानी तरीके से की गई नियुक्ति

विश्वविद्यालय कर्मचारियों का आरोप है कि प्रभात सेंगर की कुलपति पद पर नियुक्ति विश्वविद्यालय की परंपरा और नियमों को दरकिनार कर की गई है। उनका कहना है कि विश्वविद्यालय की प्रतिनिधि सभा की बैठक में पारदर्शिता नहीं बरती गई और कर्मचारियों को भरोसे में नहीं लिया गया। इसी को लेकर कर्मचारी कुलपति कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गए।

विश्वविद्यालय परिसर के मुख्य गेट को बंद कर दिया गया है। किसी भी बाहरी व्यक्ति को भीतर जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है। वहीं, अंदर कुलपति कार्यालय में प्रभात सेंगर को कार्यभार दिलाने की प्रक्रिया चल रही है। कर्मचारी गेट के बाहर खड़े होकर पुलिस प्रशासन और विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ जोरदार नारेबाजी कर रहे हैं।

प्रशासन ने ताला तुड़वाकर दिलाया कार्यभार

जानकारी के अनुसार, कर्मचारियों ने कुलपति कार्यालय में ताला जड़ दिया था ताकि नव नियुक्त कुलपति प्रभात सेंगर को कार्यभार न सौंपा जा सके। इस पर एसडीएम जितेंद्र कुमार मौके पर पहुंचे और पुलिस बल की मौजूदगी में ताला तुड़वाया। इसके बाद प्रतिनिधि सभा के पदाधिकारियों की उपस्थिति में प्रभात सेंगर को कुलपति का कार्यभार सौंपने की प्रक्रिया पूरी की गई।

स्थिति की गंभीरता को देखते हुए विश्वविद्यालय परिसर में पुलिस की अतिरिक्त टुकड़ियां तैनात कर दी गई हैं। मौके पर तहसीलदार, एसडीएम और अन्य प्रशासनिक अधिकारी मौजूद हैं। पुलिस ने परिसर में कड़ी चौकसी बरतते हुए किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए रणनीति तैयार की है

विरोध जारी, समाधान की कोशिशें

इधर, कर्मचारी संगठन अपनी मांगों पर अड़े हुए हैं। उनका कहना है कि कुलपति की नियुक्ति प्रक्रिया दोबारा की जाए और विश्वविद्यालय की परंपराओं के अनुरूप प्रतिनिधियों की राय ली जाए। वहीं, प्रशासनिक अधिकारी मामले को सुलझाने के लिए कर्मचारियों से लगातार बातचीत कर रहे हैं।

कर्मचारियों ने दी आंदोलन तेज करने की चेतावनी

विरोध कर रहे कर्मचारियों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगें जल्द नहीं मानी गईं, तो वे अपना आंदोलन और उग्र करेंगे। विश्वविद्यालय की शैक्षणिक और प्रशासनिक गतिविधियां फिलहाल प्रभावित नजर आ रही हैं।

विवाद और प्रदर्शन के चलते विश्वविद्यालय में पढ़ाई का माहौल भी प्रभावित हो रहा है। कई छात्र परिसर के बाहर खड़े होकर स्थिति की जानकारी लेते देखे गए। छात्रों में असमंजस है कि कहीं विवाद के चलते विश्वविद्यालय बंद न हो जाए।

फिलहाल प्रशासन हालात को संभालने में जुटा है। सभी की नजरें विश्वविद्यालय प्रशासन और कर्मचारी संगठनों के बीच होने वाली वार्ता पर टिकी हैं

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