गैंगवार की साजिश नाकाम: चीनू पंडित के गिरोह के दो शूटर हथियारों समेत गिरफ्तार, सुनील राठी से चल रही पुरानी दुश्मनी
देहरादून। उत्तराखंड एसटीएफ ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए कुख्यात गैंगस्टर विनीत शर्मा उर्फ चीनू पंडित के गैंग की गैंगवार की साजिश को विफल कर दिया है। चीनू पंडित गैंग के लिए अवैध हथियार जुटा रहे दो शूटरों को प्रेमनगर क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया। उनके कब्जे से तीन पिस्टल, एक देसी तमंचा, 12 जिंदा कारतूस और 70 हजार रुपये नकद बरामद किए गए हैं। पुलिस की पूछताछ में इस गिरोह की उत्तराखंड और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में फैली गतिविधियों का खुलासा हुआ है।
एसएसपी एसटीएफ नवनीत सिंह भुल्लर के मुताबिक, गिरफ्तार आरोपियों की पहचान समर्थ पंवार उर्फ सागर (26 वर्ष), मूल निवासी हकीकत नगर थाना सदर, सहारनपुर (वर्तमान में किरायेदार, लेन-3, अलकनंदा एनक्लेव, ठाकुरपुर रोड, प्रेमनगर) और संजय नेगी, निवासी जाखनीधार, थाना लंबगांव, टिहरी गढ़वाल (वर्तमान में भूत्तोवाला, चंद्रबनी) के रूप में हुई है। प्रेमनगर थाने में इनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।
जेल जाकर रची साजिश
एसटीएफ के अनुसार, समर्थ पंवार देहरादून के बिधौली क्षेत्र में किराये पर ‘निर्वाणा रिजॉर्ट’ संचालित करता है। उसने एक जुलाई को रुड़की जेल जाकर चीनू पंडित से मुलाकात की थी। चीनू पंडित ने जेल में ही गैंगवार के लिए हथियारों की व्यवस्था करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद से समर्थ और संजय लगातार असलहे जुटाने में लगे थे। दोनों पिछले छह माह से सक्रिय रूप से गिरोह के लिए हथियारों का नेटवर्क तैयार कर रहे थे।
हथियारों की डिलीवरी का नेटवर्क
गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में संजय नेगी ने कई अहम खुलासे किए। उसने बताया कि उसने हाल ही में कोटद्वार निवासी आकाश रावत को एक पिस्टल, हरिद्वार निवासी हरदीप को दो दिन पहले एक पिस्टल, और कोटद्वार निवासी प्रदीप बिष्ट उर्फ पिंकू को लगभग एक वर्ष पहले एक पिस्टल सप्लाई की थी। इसके अलावा हरिद्वार जिले के ज्वालापुर, बहादराबाद और रुड़की क्षेत्र में अब तक कुल सात हथियार डिलीवर किए जा चुके हैं। गिरफ्तारी के समय संजय नेगी समर्थ पंवार को दो पिस्टल और एक देसी तमंचा सौंपने ही वाला था, तभी एसटीएफ की टीम ने बाइक समेत दोनों को धर दबोचा। एसटीएफ के मुताबिक, ये हथियार पश्चिमी उत्तर प्रदेश के शस्त्र तस्करों के माध्यम से उत्तराखंड पहुंचाए जा रहे थे।
सुनील राठी गैंग से पुरानी दुश्मनी
एसटीएफ अधिकारियों के मुताबिक, चीनू पंडित सीधे तौर पर कुख्यात गैंगस्टर सुनील राठी के गैंग से दुश्मनी रखता है। सुनील राठी फिलहाल पौड़ी जेल में बंद है। पुलिस को सूचना मिली है कि हाल ही में पैरोल पर बाहर आए चीनू पंडित ने सुनील राठी गैंग पर हमले की पूरी योजना बना ली थी। इसका कारण वर्ष 2014 की वह खूनी गैंगवार है, जब रुड़की उपकारागार के बाहर सुनील राठी के गुर्गों ने चीनू गैंग के तीन सदस्यों की सरेआम गोली मारकर हत्या कर दी थी। तभी से चीनू पंडित बदले की आग में जल रहा है और जेल के भीतर से ही अपने गैंग को संचालित कर रहा था।
गौरतलब है कि बुधवार को ही चीनू पंडित की पैरोल पर हाईकोर्ट में सुनवाई की तारीख तय थी। एसटीएफ की कार्रवाई से अंदेशा है कि अगर ये हथियार गिरोह तक पहुंच जाते, तो राज्य में एक बार फिर गैंगवार की बड़ी घटना हो सकती थी।
गिरोह पर कसेगा और शिकंजा
एसटीएफ का कहना है कि गिरफ्तार आरोपियों की निशानदेही पर अब अन्य सहयोगियों और शस्त्र तस्करों की तलाश की जा रही है। गिरोह के नेटवर्क और फंडिंग सोर्स को लेकर भी एसटीएफ विस्तार से जांच कर रही है। पुलिस का कहना है कि उत्तराखंड में संगठित अपराध पर पूरी तरह से अंकुश लगाने के लिए अभियान तेज कर दिया गया है।
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