बीकेटीसी बोर्ड बैठक: बदरीनाथ-केदारनाथ धामों के लिए 2025–26 का 127 करोड़ रुपये का बजट स्वीकृत
देहरादून, 9 जुलाई। श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) की औपचारिक बोर्ड बैठक मंगलवार को समिति के केनाल रोड स्थित कार्यालय के सभागार में आयोजित हुई। बैठक की अध्यक्षता समिति के अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी ने की। भगवान श्री बदरीविशाल और भगवान श्री केदारनाथ की आरती के साथ बैठक का विधिवत शुभारंभ हुआ।
बैठक की शुरुआत नवनियुक्त सदस्यों के परिचय और स्वागत से हुई। इस अवसर पर अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी ने कहा कि बीकेटीसी, देश के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के विजन के अनुरूप चारधाम यात्रा प्रबंधन को और अधिक सुव्यवस्थित और तीर्थयात्रियों के लिए सुविधाजनक बनाने के लिए निरंतर कार्य कर रहा है। उन्होंने प्रदेश सरकार और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के कुशल नेतृत्व के लिए आभार व्यक्त किया, जिनके सहयोग से चारधाम यात्रा अब तक सफलतापूर्वक संचालित हो रही है।
बैठक का संचालन करते हुए बीकेटीसी के मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल ने नवगठित समिति की पहली बैठक में सभी पदाधिकारियों और सदस्यों का स्वागत किया। इसके उपरांत वित्त अधिकारी मनीष कुमार उप्रेती ने वर्ष 2025-26 के लिए प्रस्तावित बजट का विवरण प्रस्तुत किया। विस्तृत चर्चा के बाद बोर्ड ने कुल ₹127,09,99,070 (एक सौ सत्ताईस करोड़ नौ लाख निन्यानवे हजार सत्तर रुपये) के बजट को अनुमोदित किया।
बजट का विवरण
वित्तीय विवरण के अनुसार, श्री बदरीनाथ धाम के लिए ₹64,22,27,070 (चौंसठ करोड़ बाईस लाख सत्ताईस हजार सत्तर रुपये) की प्रस्तावित आय का प्रावधान किया गया है, जबकि व्यय मद में ₹56,86,83,320 (छप्पन करोड़ छियासी लाख तिरासी हजार तीन सौ बीस रुपये) दर्शाया गया है।
वहीं, श्री केदारनाथ धाम के लिए ₹62,87,70,000 (बासठ करोड़ सत्तासी लाख सत्तर हजार रुपये) की आय का अनुमान लगाया गया है। इसके मुकाबले धाम पर ₹40,93,37,000 (चालीस करोड़ तिरानवे लाख सैंतीस हजार रुपये) का व्यय प्रस्तावित है।
समिति के अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी ने कहा कि बजट प्रावधानों में तीर्थयात्रियों की सुविधा, मंदिरों के संरक्षण और धामों के आधारभूत ढांचे के विकास पर विशेष ध्यान दिया गया है। विशेष रूप से यात्रा मार्गों के सुदृढ़ीकरण, हैलीपैड सुविधाओं, आवासीय व्यवस्थाओं और आधुनिक तकनीकी व्यवस्थाओं को मजबूत करने पर बल दिया गया है।
तीर्थयात्रियों का आंकड़ा
बैठक में यह भी जानकारी दी गई कि 8 जुलाई 2025 तक कुल 24,78,963 (चौबीस लाख अठहत्तर हजार नौ सौ तिरसठ) तीर्थयात्रियों ने श्री बदरीनाथ और श्री केदारनाथ धाम के दर्शन कर लिए हैं। इनमें श्री बदरीनाथ धाम में 11,37,628 (ग्यारह लाख सैंतीस हजार छह सौ अठाइस) और श्री केदारनाथ धाम में 13,41,335 (तेरह लाख इकतालीस हजार तीन सौ पैंतीस) श्रद्धालुओं ने दर्शन किए।
वहीं, पंजीकरण की स्थिति पर चर्चा करते हुए बताया गया कि अब तक श्री बदरीनाथ धाम के लिए 14,32,983 और श्री केदारनाथ धाम के लिए 15,49,930 तीर्थयात्रियों ने पंजीकरण करवाया है। समिति के अधिकारियों ने कहा कि मानसून के बावजूद चारों धामों की यात्रा सुचारु रूप से चल रही है, और सभी आवश्यक सावधानियां बरती जा रही हैं।
बीकेटीसी के मीडिया प्रभारी डॉ. हरीश गौड़ ने अवगत कराया कि बैठक की समाप्ति पर केदारनाथ हैली दुर्घटना में दिवंगत मंदिर समिति के कर्मचारी विक्रम रावत सहित यात्राकाल में दुर्घटनाओं में जान गंवाने वाले तीर्थयात्रियों के प्रति शोक संवेदना व्यक्त की गई। इस अवसर पर दो मिनट का मौन रखा गया।
बैठक में शामिल अधिकारी और सदस्य
बैठक में उपाध्यक्ष ऋषि प्रसाद सती, विजय कप्रवाण, सदस्यगण श्रीनिवास पोस्ती, महेंद्र शर्मा, धीरज पंचभैया मोनू, देवी प्रसाद देवली, राजपाल जड़धारी, प्रह्लाद पुष्पवान, डॉ. विनीत पोस्ती, राजेंद्र प्रसाद डिमरी, नीलम पुरी, दिनेश डोभाल सहित प्रभारी अधिकारी बदरीनाथ विपिन तिवारी, विधि अधिकारी एस.एस. बर्त्वाल, निजी सचिव प्रमोद नौटियाल, अतुल डिमरी, विश्वनाथ, संजय भट्ट आदि मौजूद रहे।
अधिकारियों ने आश्वस्त किया कि समिति धामों में यात्रा प्रबंधन, तीर्थयात्रियों की सुरक्षा और सुविधाओं को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है। आगामी समय में विकास योजनाओं को और गति दी जाएगी ताकि श्रद्धालुओं को बेहतर अनुभव प्राप्त हो।
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