उत्तराखंड: पहाड़ों में बारिश का कहर, मैदानों में चढ़ा पारा, 46 मार्ग ठप

बारिश
उत्तराखंड में बारिश का दौर तेज, कई जिलों में येलो अलर्ट, 46 मार्ग बंद

उत्तराखंड के पर्वतीय जिलों में आने वाले दिनों में तेज दौर की बारिश होने की संभावना जताई जा रही है। मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून की ओर से शनिवार को ताजा पूर्वानुमान जारी करते हुए बताया गया है कि राज्य के कुछ जिलों में भारी बारिश का सिलसिला जारी रह सकता है। विशेष रूप से देहरादून, चंपावत और नैनीताल जिले के कुछ हिस्सों में आज यानि शनिवार को बारिश को लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है। इसके अलावा राज्य के अन्य जिलों में भी तेज दौर की बारिश होने की प्रबल संभावना है।

मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि राज्य के अधिकांश हिस्सों में 31 जुलाई तक बारिश का यह सिलसिला जारी रह सकता है। खासकर पर्वतीय क्षेत्रों में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है। साथ ही, कुछ इलाकों में तेज हवाएं चलने की भी आशंका जताई गई है, जिससे आमजन को अतिरिक्त सतर्कता बरतने की आवश्यकता है।

बारिश के कारण राज्यभर में जनजीवन प्रभावित हो रहा है। सड़कों के अवरुद्ध होने से कई क्षेत्रों में आवाजाही बाधित हुई है। राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) और लोक निर्माण विभाग (PWD) के कर्मचारी मार्गों को खोलने के कार्य में जुटे हैं, लेकिन लगातार बारिश और पहाड़ी क्षेत्रों में भूस्खलन के कारण यह काम धीमा चल रहा है।

राज्य में अब तक बारिश और भूस्खलन की वजह से एक बॉर्डर रोड समेत कुल 46 मार्ग बंद हो चुके हैं। सबसे अधिक प्रभावित जिला उत्तरकाशी है, जहां 11 मार्ग बंद हैं। इसके बाद पिथौरागढ़ जिले में मिलम-मुनस्यारी बॉर्डर रोड समेत नौ मार्ग बंद हैं, जिससे सीमावर्ती क्षेत्रों में आवाजाही पूरी तरह ठप हो गई है।

इसके अलावा चमोली जिले में आठ, देहरादून में पांच, अल्मोड़ा में तीन मार्ग बंद हैं। वहीं बागेश्वर, नैनीताल, पौड़ी और टिहरी, रुद्रप्रयाग जिलों में दो-दो मार्ग अवरुद्ध हैं। इन क्षेत्रों में स्थानीय लोगों को आवागमन में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। प्रशासन ने लोगों से अत्यधिक आवश्यकता होने पर ही यात्रा करने की अपील की है।

वहीं, राहत की बात यह है कि ऊधम सिंह नगर, चंपावत और हरिद्वार जिलों की स्थिति अभी सामान्य है। इन जिलों में अभी तक किसी भी मार्ग के बंद होने की सूचना नहीं है और यातायात व्यवस्था सामान्य बनी हुई है।

राज्य प्रशासन और आपदा प्रबंधन विभाग लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए है और संवेदनशील इलाकों में टीमों को अलर्ट पर रखा गया है। आम नागरिकों से अपील की गई है कि वे मौसम विभाग के पूर्वानुमानों पर ध्यान दें और प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *