उत्तराखंड समूह ग की भर्तियों में हुई धांधलियों ने कई हीरो को जीरो बना दिया है स्नातक स्तरीय भर्ती परीक्षा, वन दरोगा भर्ती में रिजल्ट जारी होने के समय जो टॉपर बने थे, वो अब नकल के आरोप में जारी प्रतिबंधित लिस्ट में शामिल हो गए हैं. प्रतिबंधित लिस्ट में आयोग के पूर्व कर्मचारी की पत्नी का नाम भी शामिल है. उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने चार भर्ती परीक्षाओं में नकल के आरोपी 184 अभ्यर्थियों के नाम प्रतिबंधित लिस्ट में डालते हुए, उन्हें अपना पक्ष रखने का अंतिम मौका दिया है. इस लिस्ट में स्नातक स्तरीय भर्ती परीक्षा 2021 के टॉपर नवीन सिंह मेहरा का नाम भी शामिल है. मेहरा ने 88 प्रतिशत अंक के साथ परीक्षा टॉप की थी. वन दरोगा भर्ती में भी महिला वर्ग की टॉपर उषा कन्याल का नाम भी इसमें शामिल हैं. 2016 की वीपीडीओ भर्ती में भी कुछ जिलों के टॉपर बाद में नकल पुष्ट होने के बाद परीक्षा से बाहर कर दिए गए थे. आयोग कर्मचारी की पत्नी भी शामिल प्रतिबंधित लिस्ट में आयोग में आउटसोर्स के जरिए नियुक्त कर्मचारी संजय राणा की पत्नी का नाम भी शामिल है. संजय राणा को एसटीएफ गिरफ्तार कर चुकी है. इस लिस्ट में कुल 32 महिलाओं के नाम शामिल हैं. जिसमें सर्वाधिक 24 महिलाएं स्नातक स्तरीय 2021 में सफल हुई थी. बेरोजगार संघ ने प्रतिबंधित नामों में कुछ के पंचायत प्रतिनिधि और राजनैतिक दलों के सक्रिय पदाधिकारी होने का दावा किया है.
समूह ग की भर्ती में बाहरी राज्यों के युवा प्रतिबंधित लिस्ट में शामिल कम से कम तीन आवेदक यूपी के रहने वाले हैं. इसमें स्नातक स्तरीय परीक्षा 2021 में एक अभ्यर्थी लखनऊ और एक मुरादाबाद का रहने वाला है. जबकि 2016 की वीपीडीओ भर्ती एक नाम बिजनौर यूपी का रहने वाला है. आयोग ताकि समूह ग की भर्ती में सेवायोजन पंजीकरण की बाध्यता समाप्त होने से अब समूह ग की भर्ती पर दूसरे राज्यों के बेरोजगार उत्तराखंड से पढ़ाई किए जाने के आधार पर आवेदन कर रहे हैं. यूकेट्रिपल एससी के अध्यक्ष जीएस मर्तोलिया ने कहा कि एसटीएफ ने पेपर खरीदने वाले जो नाम दिए थे, उन्हें सार्वजनिक कर दिया गया है. आयोग ने भी इन सभी के परिणाम का गंभीरता से विश्लेषण किया है. जिसमें आरोपों की पुष्टि होती है. पक्ष लेने के बाद इस मामले में आगे कार्यवाई की जाएगी.