नेहरू कॉलोनी देहरादून में दिनदहाडे हुई डकैती की घटना की गम्भीरता को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून द्वारा घटना के जल्दी ही खुलासे व अभियुक्तों की गिरफ्तारी के दिशा-निर्देश दिए गए थे.. जिसके अंतर्गत पुलिस अधीक्षक अपराध सर्वेश पंवार व पुलिस अधीक्षक नगर सरिता डोभाल के नेतृत्व में 8 अलग-अलग टीमें गठित की गयी। चोरी की घटना की तपिश करते हुए पुलिस ने आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों का गहनता से जांच की तो देखा एक एक्टिवा व एक अपाचे मोटरसाइकिल में सवार चार लोग वादी के घर के अंदर घुसे और उनके द्वारा शातिराना अंदाज में गाड़ियां दूर खड़ी कर घटना को अंजाम दिया गया.. घटना से पूर्व कुछ लोगों द्वारा घर की भली-भांति रैकी की गई थी। पुलिस टीम को गोपनीय सूत्रों से मिली जानकारी मुताबित 05 अभियुक्तों को गिरफ्तार करते हुए उनके कब्जे से लूट का समस्त सामान बरामद किया गया।
पूछताछ में अभियुक्त विपिन द्वारा बताया गया कि वह देहरादून में अपने चचेरे भाई गुड्डू के पास अक्सर आता जाता रहता था.. बातों-बातों में उसके मालिक के घर के बारे में काफी जानकारी जुटायी। घर पर लगभग 40 से 50 लाख रू0 तक मिलने की उम्मीद थी, इसलिये घर में डकैती डालने का प्लान बनाया था। जिसके बाद घर में घुस गए व वहां मौजूद 2 महिलाओं ,एक बुजुर्ग को हमारे पास मौजूूद तमंचे व चाकू से डराते हुए उन्हें बंधक बनाकर उनसेे उनके पहने हुये जेवरात अंगूठी, कड़े व कान के टॉप्स तथा लगभग 6-7 हज़ार रूपये नगदी ले ली। वही जेवरात बेचने सभी मुज्जफरनगर गए थे लेकिन बिना बिल के किसी ने उन्हें नहीं खरीदा तो वह वापस घर जा ही रहे थे कि इस दौरान ही पुलिस ने उन्हें पकड लिया।