चंडीगढ़: भारत के महान धावक फ्लाइंग सिख मिल्खा सिंह का एक महीने तक कोरोना संक्रमण से जूझने के बाद पीजीआई में निधन हो गया। महान धावक मिल्खा सिंह की हालत देर शाम से नाजुक बताई जा रही थी। उनका ऑक्सीजन स्तर गिर गया और उन्हें बुखार भी आ गया था। वह अंत समय तक संघर्ष करते रहे।
पीजीआईएमईआर में बीती रात 11ः30 पर उन्होंने अंतिम सांस ली। मिल्खा सिंह को तीन जून को पीजीआईएमईआर के कोविड अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया था और 13 जून तक वहां कोविड के लिए इलाज किया गया था। पीजीआई के प्रवक्ता प्रो. अशोक कुमार ने जानकारी दी कि कोविड पर विजय पाने के बाद पोस्ट-कोविड जटिलताओं के कारण मिल्खा सिंह को आईसीयू में स्थानांतरित कर दिया गया था। पीजीआई के निदेशक प्रो. जगत राम ने उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया।
आपको बता दें कि विगत 13 जून को भारतीय महिला वॉलीबॉल टीम की कप्तान और महान धावक मिल्खा सिंह की पत्नी निर्मल कौर का मोहाली के अस्पताल में कोविड-19 के कारण निधन हो गया था। वह पिछले महीने इस बीमारी की चपेट में आई थीं। वह 85 वर्ष की थीं और उनके परिवार में एक बेटा और तीन बेटियां हैं। मिल्खा सिंह के चंडीगढ़ के सेक्टर आठ स्थित निवास स्थान पर सन्नाटा छाया हुआ है। स्वर्गीय मिल्खा सिंह का शनिवार देर शाम पांच बजे चंडीगढ़ के सेक्टर 25 के श्मशानघाट में अंतिम संस्कार किया जाएगा। मिल्खा सिंह की मौत से जहां चंडीगढ़ शहर ट्राइसिटी में शोक की लहर है, वहीं देश-विदेश में बसे उनके चाहने वालों में भी मायूसी का माहौल है।