38वें राष्ट्रीय खेल: खिलाड़ियों से पहले आम लोगों को सड़कों पर उतारने की चलेगी कवायद

38वें राष्ट्रीय खेलों में खिलाड़ियों को मैदान में उतारने से पहले, उत्तराखंड के आम लोगों को सड़कों पर उतारने की बड़ी कवायद चलेगी। जिसके तहत आम लोगों को जॉगिंग के साथ-साथ प्लॉगिंग के लिए भी प्रेरित किया जाएगा ताकि खेलों के बहाने आम लोग अपनी सेहत और पर्यावरण के लिए जागरूक हों।

प्लॉगिंग विदेशों में बहुत प्रचलित है, जिसमें आम लोग जॉगिंग के दौरान रास्ते में मिलने वाला कूड़ा बैग में समेटते चलते हैं। राज्य सरकार जल्द देहरादून, हल्द्वानी, हरिद्वार, उधमसिंह नगर, नैनीताल समेत खेल का आयोजन कर रहे सभी शहरों में प्लॉगिंग अभियान शुरू करने वाली है। जिसमें सरकारी एजेंसियां, स्कूल, कॉलेज और एनजीओ के जरिए आम लोगों को जोड़ा जाएगा। अभियान इतने व्यापक पैमाने पर चलेगा कि रात में भी टॉर्च के जरिए प्लॉगिंग कार्यक्रम चलाए जाएंगे।

मुख शहरों को चमकाने और भव्य आयोजन में भी सहायता मिलेगी

इस योजना को बड़े स्तर पर लागू करने के पीछे मंशा है कि उत्तराखंड के आम लोग राष्ट्रीय खेलों के बहाने सेहत और स्वच्छता के प्रति जागरूक हो सकें। खेल विभाग ने बताया कि राष्ट्रीय खेल पूरी तरह से गो-ग्रीन की थीम पर आयोजित हो रहे हैं। इस कवायद से खेलों से पहले प्रमुख शहरों को चमकाने और भव्य आयोजन में भी सहायता मिलेगी।

प्लॉगिंग विदेशी कॉन्सेप्ट है, जिसे पहली बार राज्य में अपनाया जा रहा है। 38वें राष्ट्रीय खेलों के प्रति उत्तराखंड के आम लोग गौरवांवित होने के साथ अपना योगदान भी महसूस करें, इसलिए खिलाड़ियों से पहले आम लोगों को सड़कों पर उतरने के लिए प्लॉगिंग जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। इसके तहत उन्हें जॉगिंग के साथ सड़क, नदी किनारे या वन क्षेत्र से कूड़ा उठाते चलने के लिए प्रेरित किया जाएगा। -अमित सिन्हा, विशेष प्रमुख सचिव (खेल)

प्लास्टिक फ्लेक्स से नहीं, मैटी फैब्रिक से सजेगा शहर

खेल में अब सिर्फ 50 दिन शेष हैं, 14 दिसंबर से गो-ग्रीन थीम के तहत शहरों को मैटी फैब्रिक और रंग-रोगन से सजाया जाएगा। फ्लेक्स का कहीं इस्तेमाल नहीं होगा, मैटी फैब्रिक में ही बैनर तैयार किए जाएंगे।

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